देश में आज हर प्रकार के बीमा सुविधा उपलब्ध हैं. चाहे आपका नया मोबाइल हो या फ्रिज या कोई अन्य कीमती सामान सबके लिए आज इंश्योरेंस उपलब्ध है. किसी प्रकार का सामान खरीदने हैं जाने के साथ ही अब दुकानदार उसके इंश्योरेंस भी आपको बेचते हैं.
मोबाइल खरीदेंगे तो टूटने फूटने या किसी अन्य प्रकार से बर्बाद होने से बचने के लिए इंश्योरेंस बचा जाता है तो वहीं टेलीविजन खरीदने पर भी स्क्रीन में किसी भी प्रकार के दिक्कत आने के लिए इंश्योरेंस दुकान वाले बेचते नजर आते हैं.
खाली बैठे हो तो घर में हेल्थ इंश्योरेंस वाले जरूर आपको स्वास्थ्य बीमा के नाम पर आपकी तबीयत खराब करने जरूर पहुंचते हैं. अगर इन सब से बच भी गए तो चलने वाली आपकी गाड़ी इंश्योरेंस के बगैर सड़कों पर उतर नहीं सकती है.
कहानी है कि आप बिना इंश्योरेंस के अभी भारत में नहीं घूम सकते हैं. लेकिन यह कहानी का एक भाग है समस्या तब आती है जब इस इंश्योरेंस को आपको क्लेम करना होता है. तब कई प्रकार के पेपर और कई चक्कर यही इंश्योरेंस कंपनियां आपको कटवाती हैं तथा कई अन्य पॉलिसी के एक्सेप्शन की लिस्ट धमाकर कई बार आपका क्लेम डिस्क्लेमर कर देती हैं.
इन सब से छुटकारा दिलाने के लिए अब सरकार ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य इंश्योरेंस एक्सचेंज शुरू करने के लिए पहल किया है. इसके तहत महज एक सेंट्रल जगह पर कोई भी व्यक्ति अपना इंश्योरेंस पॉलिसी का दावा कर सकेगा.
इस नई सुविधा के साथ ही इंश्योरेंस कंपनियों के ऊपर निगरानी बढ़ेगी और लोगों के लिए सहूलियत भी बढ़ेगा. इसके सफल संचालन के उपरांत यह संभव है कि अन्य इंश्योरेंस प्रोडक्ट के लिए भी इस प्रकार के केंद्रीय एक्सचेंज शुरू किए जाएंगे.





