पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस फ्लाइट को जप्त करने की नौबत क्यों आन पड़ी है और क्यों इसे मलेशिया में जप्त कर लिया गया इस बात की विस्तृत जानकारी आप हमारे लिए कवरेज में जान पाएंगे.
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का पेमेंट पेंडिंग था.
किसी भी एयरलाइन कंपनी को किसी भी एयरपोर्ट को प्रयोग में लाने के लिए उसे एक तय सीमा के लिए लीज लेना होता है और उस लीज के लिए उसे एक तयशुदा राशि जमा करनी होती है, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का पेमेंट रिलीज के एवज में पेंडिंग था जिसे वह पूरा नहीं कर पाया था और इसके लिए यूके की पार्टी ने मलेशिया की लोकल कोर्ट में केस कर रखा था और इसी घटनाक्रम के दौरान फैसला पाकिस्तान एयरलाइंस के खिलाफ आ गया.
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के प्रवक्ता ने खुद क्या कहा?
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पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के प्रवक्ता ने कहा कि पेमेंट डिस्प्यूट का मामला था लेकिन इस तरह से एकाएक निर्णय काफी आश्चर्यजनक है और इसमें पूरे कोर्ट के क्रियान्वयन के दौरान पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस को ना ही कभी बुलाया गया और ना ही उनके पक्ष को रखा गया. फ्लाइट जप्त होने के बाद सारे यात्रियों को सफलतापूर्वक वापस भेज दिया गया है जिसके लिए दूसरे अन्य फ्लाइटों का सहारा लेना पड़ा.
अब इसके आगे क्या होगा?
पाकिस्तानी सरकार अपने डिप्लोमेटिक चैनल के जरिए इस मामले में दखलअंदाजी करने की कोशिश करेगी और क्योंकि मामला एक देश के इज्जत से जुड़ा हुआ है हर तरीके से कोशिश की जाएगी इस मामले का निपटारा जल्द से जल्द किया जाए, चुकी सऊदी अरब से भी कर्ज लेने के मामले में पाकिस्तान की तू तू हो चुकी है तो पाकिस्तान कभी भी नहीं चाहेगा कि कार्य वाली शक्ल उसकी वैश्विक स्तर पर एक बार फिर से दिखे.