आजकल शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है। निवेशक घबराए हुए हैं, और कई सेक्टर में तेज बिकवाली हो रही है। लेकिन इस पूरे उथल-पुथल में एक चीज़ जो कई लोग नजरअंदाज कर रहे हैं, वो ये कि बड़े प्राइवेट बैंक (Private Sector Banks) उतनी तेजी से नहीं गिरे हैं। खासतौर पर HDFC बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक ने इस गिरावट में अपनी पकड़ बनाए रखी है।
अब सवाल उठता है कि ऐसा क्यों हो रहा है? और क्या अभी बैंकिंग स्टॉक्स में निवेश करना सही रहेगा? चलिए, इसे समझने की कोशिश करते हैं।
📌 बड़े प्राइवेट बैंक क्यों नहीं गिरे?
✅ पहले से ही धीमे चल रहे थे – पिछले तीन सालों से HDFC बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक का प्रदर्शन औसत ही रहा था, यानी उनकी वैल्यूएशन पहले से ही ज्यादा नहीं थी। इसलिए जब बाकी बाजार गिरा, तो इन्हें ज्यादा नुकसान नहीं हुआ।
✅ ओवरवैल्यूएशन का दौर खत्म हो चुका है – कई सालों तक ये बैंक बहुत ज्यादा वैल्यू पर ट्रेड हो रहे थे, लेकिन अब उनका वैल्यूएशन संतुलित हो गया है। इसी वजह से गिरावट के बावजूद निवेशक इन्हें बेचने की जल्दी में नहीं हैं।
✅ विदेशी निवेशकों की बिकवाली का ज्यादा असर नहीं पड़ा – आमतौर पर जब विदेशी निवेशक (FPI – Foreign Portfolio Investors) बाजार से पैसा निकालते हैं, तो बैंकिंग स्टॉक्स पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ता है। लेकिन इस बार HDFC और कोटक जैसे बैंक मजबूत बने हुए हैं।

📌 बैंकिंग सेक्टर में क्या पॉज़िटिव संकेत हैं?
➡️ पिछले तीन तिमाहियों में बैंकिंग सेक्टर के रिजल्ट अच्छे आए हैं।
- बैंकों की लोन बुक (Loan Book) पहले से ज्यादा मजबूत हुई है, यानी जो लोन दिए गए हैं, उनके डूबने की संभावना कम है।
- भले ही क्रेडिट ग्रोथ (Credit Growth) उम्मीद से कम रही हो, लेकिन बैंकिंग सेक्टर में कोई बड़ी दिक्कत नहीं दिख रही है।
➡️ छोटे और मिड-साइज़ बैंकों को भी फायदा हो सकता है।
- हाल ही में कई नियामक बदलाव (Regulatory Changes) हुए हैं, जिनका असर छोटे बैंकों पर सकारात्मक पड़ रहा है।
- इन बैंकों के शेयर की कीमत अभी कम है, इसलिए आगे चलकर इनमें तेजी देखने को मिल सकती है।
📌 लेकिन रिस्क भी समझना जरूरी है!
- अगर बाजार में बिकवाली और बढ़ी, तो कोई भी स्टॉक गिरने से नहीं बचेगा, चाहे वो कितना भी अच्छा क्यों न हो।
- बैंकिंग सेक्टर में बड़ी संस्थागत हिस्सेदारी (Institutional Holding) होती है। अगर ग्लोबल मार्केट में कोई बड़ा झटका लगा, तो यहां भी गिरावट आ सकती है।
लेकिन अगर बाजार धीरे-धीरे स्थिर हो जाता है, तो बैंकिंग स्टॉक्स इंडेक्स को मात दे सकते हैं।
📌 अभी कौन-कौन से बैंकिंग स्टॉक्स पर नज़र रखनी चाहिए?
(डेटा स्रोत: Stock Reports Plus, Refinitiv, 5 मार्च 2025)
| बैंक का नाम | रेटिंग | अनुमानित बढ़त (%) | संस्थागत निवेश (%) | मार्केट कैप (₹ करोड़) |
|---|---|---|---|---|
| DCB Bank | Strong Buy | 74% | 32.4% | 3,203 |
| Karur Vysya Bank | Strong Buy | 65% | 38.8% | 15,599 |
| CSB Bank | Strong Buy | 54% | 19.0% | 4,932 |
| HDFC Bank | Buy | 49% | 53.7% | 1,309,148 |
| City Union Bank | Buy | 48% | 53.0% | 10,896 |
| Federal Bank | Buy | 47% | 62.3% | 43,310 |
| Kotak Mahindra Bank | Buy | 22% | 46.3% | 379,485 |
➡️ इस लिस्ट में छोटे, मिड-कैप और बड़े बैंकिंग स्टॉक्स का संतुलन देखने को मिलता है।
➡️ अगर कोई निवेशक लंबी अवधि के लिए सोच रहा है, तो DCB, Karur Vysya और CSB Bank की बढ़त की संभावना सबसे ज्यादा दिख रही है।
✅ अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो अभी बैंकिंग स्टॉक्स को अपने पोर्टफोलियो में जोड़ सकते हैं।
✅ छोटे और बड़े बैंकों का मिश्रण (Mix of Small & Large Banks) रखना सही रणनीति होगी।
✅ अभी भले ही बाजार में गिरावट हो, लेकिन जैसे ही ग्लोबल मार्केट स्थिर होगा, बैंकिंग सेक्टर तेज़ी से उभर सकता है।




