अगर आप नया पासपोर्ट बनवाने या पुराना अपडेट करवाने की सोच रहे हैं, तो सरकार ने कुछ नए नियम लागू कर दिए हैं। इन बदलावों का मकसद सुरक्षा बढ़ाना, प्रक्रिया को आसान बनाना और निजता को सुरक्षित रखना है। आइए जानते हैं 5 बड़े बदलाव, जो आपके लिए जानना जरूरी है:
1. जन्म प्रमाण पत्र अनिवार्य 📜
अब 1 अक्टूबर 2023 के बाद जन्मे नागरिकों के लिए जन्म प्रमाण पत्र ही एकमात्र वैध दस्तावेज होगा, जिससे जन्मतिथि की पुष्टि होगी। यह प्रमाण पत्र इनमें से किसी भी अधिकृत संस्था द्वारा जारी होना चाहिए:
- नगर निगम,
- जन्म और मृत्यु रजिस्ट्रार, या
- 1969 के जन्म-मृत्यु पंजीकरण अधिनियम के तहत मान्यता प्राप्त कोई अन्य संस्था।
लेकिन 1 अक्टूबर 2023 से पहले जन्मे नागरिक पहले की तरह पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र या मैट्रिक सर्टिफिकेट आदि का उपयोग कर सकते हैं।
2. पासपोर्ट पर पता छपना बंद 🏠🚫
- अब पासपोर्ट के आखिरी पेज पर पता नहीं छापा जाएगा।
- इसकी जगह एक बारकोड होगा, जिसे इमिग्रेशन अधिकारी स्कैन करके जानकारी प्राप्त करेंगे।
- इससे सुरक्षा और गोपनीयता बढ़ेगी।

3. रंग कोडिंग सिस्टम लागू 🎨
अब पासपोर्ट को रंगों के आधार पर वर्गीकृत किया गया है:
- सफेद पासपोर्ट – सरकारी अधिकारियों के लिए
- लाल पासपोर्ट – राजनयिक (डिप्लोमैट) पासपोर्ट
- नीला पासपोर्ट – आम नागरिकों के लिए (पहले की तरह)
4. माता-पिता का नाम हटाया जाएगा 👨👩👦🚫
- अब नए पासपोर्ट पर माता-पिता का नाम नहीं छापा जाएगा।
- पहले यह जानकारी पासपोर्ट के आखिरी पेज पर दर्ज होती थी।
- इस बदलाव से व्यक्तिगत जानकारी की अनावश्यक सार्वजनिकता खत्म होगी।
- सिंगल पेरेंट या अलग हुए माता-पिता के बच्चों के लिए भी यह सहायक साबित होगा।
5. पासपोर्ट सेवा केंद्रों का विस्तार 📍
- अब देशभर में पासपोर्ट सेवा केंद्रों (POPSK) की संख्या बढ़ाई जाएगी।
- अगले 5 वर्षों में 442 से बढ़ाकर 600 पासपोर्ट सेवा केंद्र खोले जाएंगे।
- डाक विभाग और विदेश मंत्रालय (MEA) ने इसके लिए 5 साल का नया समझौता किया है।
- इससे पासपोर्ट आवेदन और वेरिफिकेशन प्रक्रिया तेज होगी।
नए नियम क्यों लाए गए? 🤔
सरकार ने इन बदलावों को लागू करने का मकसद पासपोर्ट आवेदन प्रक्रिया को सुरक्षित, तेज और सरल बनाना है। अब अगर आप पासपोर्ट के लिए आवेदन करने वाले हैं, तो इन नए नियमों का ध्यान रखें ताकि कोई दिक्कत न हो।




