ओमान भविष्य के लिए तैयार मीडिया टीम बनाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल कर रहा है। ओमान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को एक जरूरी तकनीक मान रहा है जो उसके मीडिया क्षेत्र में डिजिटल बदलाव लाने में मदद कर रही है। इसका मकसद मीडिया कर्मचारियों को नई तकनीक सिखाना और काम की गुणवत्ता बढ़ाना है।
सूचना मंत्रालय द्वारा हाल ही में आयोजित एक वर्कशॉप में बताया गया कि AI कैसे मीडिया के कामकाज को बदल सकता है – जैसे कि कंटेंट बनाना, दर्शकों से जुड़ाव, और जानकारी फैलाना। यह बदलाव मीडिया को डेटा पर आधारित और आधुनिक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
मशहूर मोटिवेशनल स्पीकर और कॉर्पोरेट ट्रेनर खालिद ताहा ने कहा कि अब एआई (AI) और डिजिटल बदलाव को राष्ट्रीय लक्ष्यों को पाने के लिए जरूरी माना जा रहा है। अब एआई कोई विकल्प नहीं रहा, यह आज के समय की संचार प्रणाली और महत्वपूर्ण फैसले लेने की बुनियाद बन गया है।
इस वर्कशॉप में सूचना मंत्रालय के अधिकारी और मीडिया से जुड़े लोग शामिल हुए, जिन्होंने AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के प्रभाव पर चर्चा की।
चर्चा के मुख्य विषय थे:
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मीडिया में डेटा की भारी बढ़ोतरी
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कंटेंट को हर व्यक्ति के अनुसार ढालना (पर्सनलाइजेशन)
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और दर्शकों के व्यवहार को समझने में AI का उपयोग
खालिद ताहा ने बताया कि एआई में चुनौतियों को नए अवसरों में बदलने की क्षमता है। हालांकि उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि डेटा गोपनीयता (प्राइवेसी) और कुशल कर्मचारियों की कमी जैसे मुद्दे भी सामने हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए नए कौशल सिखाने की योजनाएं और सही रणनीति के साथ वर्कफोर्स प्लानिंग ज़रूरी है।




