भारत की आठ वर्षीय लिसा सैमसन ने अपनी असाधारण उपलब्धियों से पूरी दुनिया को चौंका दिया है। लिसा न केवल योग की दुनिया में सबसे कम उम्र की प्रमाणित महिला योग शिक्षक बनी हैं, बल्कि अब तक 200 से अधिक बार सम्मानित भी की जा चुकी हैं।
छोटी उम्र में इतना बड़ा योगदान
लिसा सैमसन ने जुलाई 2024 में Yoga Alliance से Registered Yoga Teacher (RYT) प्रमाणन प्राप्त किया और तभी से वे नियमित रूप से योग कक्षाएं आयोजित कर रही हैं। उनकी पढ़ाने की शैली, अनुशासन और समर्पण ने उन्हें स्थानीय समुदाय के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान दिलाई है।
स्वास्थ्य और जागरूकता की प्रेरणा
इतनी कम उम्र में ही लिसा वेलनेस (स्वास्थ्य जागरूकता) और माइंडफुलनेस (सचेत जीवनशैली) को बढ़ावा दे रही हैं। उनकी ऊर्जा और निष्ठा ने न केवल बच्चों बल्कि बड़ों को भी योग अपनाने के लिए प्रेरित किया है। लिसा का कहना है कि योग मेरे लिए सिर्फ अभ्यास नहीं, जीवन जीने का तरीका है।
भारत की योग विरासत में चमका नया सितारा
भारत में योग की परंपरा सदियों पुरानी है,और लिसा जैसी प्रतिभाएं इस परंपरा को नवयुवाओं में जागरूकता के साथ आगे बढ़ा रही हैं। उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि आयु नहीं, सोच और समर्पण मायने रखता है।




