संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), डिजिटल और अन्य नए क्षेत्रों में मिड-लेवल से सीनियर लेवल पर काम करने वाले भारतीय प्रोफेशनल्स को हर महीने Dh45,000 तक की सैलरी मिल रही है। यह जानकारी भारत की एक प्रमुख टैलेंट सॉल्यूशन कंपनी Careernet Group ने दी है।
Careernet के CEO अंशुमान दास ने बताया कि UAE में भारतीय टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स को भारत की तुलना में दो से तीन गुना ज्यादा वेतन मिलता है। उनकी सैलरी आमतौर पर Dh25,000 (₹5,67,500) से Dh45,000 (₹10,21,500) के बीच होती है। वहीं, स्पेशलाइज्ड और सीनियर मैनेजमेंट रोल्स में सैलरी इससे भी अधिक हो सकती है।
सिर्फ सैलरी नहीं, करियर ग्रोथ भी अहम
अंशुमान दास ने बताया कि आजकल प्रोफेशनल्स सिर्फ बेसिक सैलरी नहीं देखते, वे रिलोकेशन सपोर्ट, परफॉर्मेंस बोनस, करियर ग्रोथ, और इंटरनेशनल एक्सपोजर जैसे फैक्टर्स भी ध्यान में रखते हैं। UAE इन सभी मामलों में एक बेहतर विकल्प बन गया है। साथ ही, UAE में टैक्स नहीं लगने के कारण प्रोफेशनल्स की इनकम 20-35% तक बढ़ जाती है। इसके अलावा कंपनियाँ हाउसिंग अलाउंस, मेडिकल इंश्योरेंस, और फैमिली के लिए एजुकेशन बेनिफिट्स जैसी सुविधाएं भी देती हैं।
UAE में इन सेक्टर्स में सबसे ज़्यादा डिमांड
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डिजिटल टेक्नोलॉजी
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इंजीनियरिंग
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कंसल्टिंग
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क्लाउड कंप्यूटिंग
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साइबर सिक्योरिटी
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फिनटेक
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डेटा साइंस
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
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सेमीकंडक्टर इंजीनियरिंग
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Web3 और AI/ML
स्टार्टअप और कंसल्टिंग बैकग्राउंड वाले प्रोफेशनल्स की खास मांग है क्योंकि उनमें तेज़ फैसले लेने की क्षमता, बहु-कार्य स्किल और बदलते माहौल में काम करने की समझ होती है।
अब UAE बना रहा है लॉन्ग-टर्म करियर हब
आज UAE में 36 लाख से ज़्यादा भारतीय नागरिक काम कर रहे हैं और पूरे GCC (गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल) में यह संख्या 90 लाख से अधिक है। पहले जहां UAE को लोग एक अस्थायी करियर ऑप्शन मानते थे, अब वह नजरिया बदल रहा है।
दास के मुताबिक, UAE अब एक लॉन्ग-टर्म करियर डेस्टिनेशन बनता जा रहा है — खासकर वहां की वीज़ा नीतियों, अंतरराष्ट्रीय अवसरों और टेक्नोलॉजी में निवेश की वजह से।
Careernet का मिडल ईस्ट विस्तार
भारत की इस प्रमुख टैलेंट कंपनी ने हाल ही में दुबई में अपना मिडल ईस्ट हेडक्वार्टर शुरू किया है ताकि क्षेत्र में अपनी मौजूदगी को और मजबूत किया जा सके। दास ने कहा, “हम मिडल ईस्ट को सिर्फ एक बाजार नहीं, बल्कि अपनी लॉन्ग-टर्म ग्रोथ की एक अहम दिशा मानते हैं।”




