ओमान भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बड़े पैमाने पर काम कर रहा है और उसने यह लक्ष्य तय किया है कि हर साल कम से कम एक मिलियन (10 लाख) भारतीय सैलानी यहां आएं। भारत और ओमान के बीच प्राचीन काल से ही मजबूत ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्ते रहे हैं। समुद्री व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और समुदायों के मेल-जोल ने दोनों देशों को हमेशा एक-दूसरे से जोड़े रखा है। यही कारण है कि आज भी भारतीय यात्रियों के लिए ओमान किसी विदेशी देश जैसा नहीं बल्कि एक दोस्ताना और अपनापन देने वाला गंतव्य लगता है।
ओमान की खूबसूरती उसकी विविध भौगोलिक पहचान में छिपी है। विशाल रेगिस्तान जहां पर्यटक रोमांचक ‘डेजर्ट सफारी’ और ‘दून बैशिंग’ का मज़ा ले सकते हैं, वहीं शानदार पहाड़ियां ट्रेकिंग और कैंपिंग के लिए आदर्श हैं। इसके अलावा स्वच्छ और शांत समुद्र तट भारतीय सैलानियों को विश्राम और जल क्रीड़ाओं का अवसर प्रदान करते हैं। ओमान की राजधानी मस्कट और अन्य ऐतिहासिक शहर अपनी पुरानी इमारतों, मस्जिदों और बाजारों से भारतीय पर्यटकों को समृद्ध सांस्कृतिक अनुभव कराते हैं।
“फोकस ओमान” रोडशो जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से ओमान न केवल भारतीय टूर ऑपरेटरों और ट्रैवल एजेंसियों के साथ सीधा संवाद कर रहा है, बल्कि व्यवसायिक साझेदारियां भी मजबूत कर रहा है। इसमें ओमान के 25 पर्यटन संस्थानों और भारत के करीब 150 प्रमुख टूर ऑपरेटरों ने भाग लिया। इस दौरान भारतीय यात्रियों की बदलती पसंद और उनके लिए खास पैकेज तैयार करने पर चर्चा हुई।
ओमान विशेष रूप से भारतीय शादियों और एडवेंचर टूरिज्म के बढ़ते रुझान पर ध्यान दे रहा है। भारतीय शादियों की भव्यता और विदेशी लोकेशन पर समारोह की परंपरा को देखते हुए, ओमान अपने आलीशान रिसॉर्ट्स और खूबसूरत प्राकृतिक स्थलों को डेस्टिनेशन वेडिंग के रूप में प्रमोट कर रहा है। वहीं, एडवेंचर के शौकीन भारतीय युवाओं के लिए ओमान की पहाड़ियां, समुद्र और रेगिस्तान एक आदर्श पृष्ठभूमि उपलब्ध कराते हैं, जहां वे ट्रेकिंग, स्कूबा डाइविंग, रॉक क्लाइंबिंग और अन्य गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
सरकार की अनुकूल वीज़ा नीतियां और भारत से सीधी उड़ानों की उपलब्धता ओमान को भारतीय पर्यटकों के लिए और भी सुविधाजनक बनाती है। लक्ज़री होटलों, रिसॉर्ट्स और अंतरराष्ट्रीय स्तर के इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार हो रहे निवेश ने इसे एक आधुनिक और सुरक्षित गंतव्य बना दिया है।
इन सभी प्रयासों का उद्देश्य यह है कि भारतीय सैलानी ओमान को केवल एक छुट्टी मनाने की जगह ही न मानें, बल्कि इसे सालभर घूमने योग्य, सांस्कृतिक और रोमांचक अनुभवों से भरपूर डेस्टिनेशन के रूप में देखें। ओमान की यह रणनीति न केवल उसके पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देगी, बल्कि भारत और ओमान के बीच पहले से मौजूद मजबूत रिश्तों को और गहरा करेगी।




