जो बाइडेन प्रशासन के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) जेक सुलिवन ने डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ पर कड़ा हमला बोला है। सुलिवन ने कहा कि इस फैसले ने भारत को चीन के साथ बैठने पर मजबूर कर दिया, ताकि वह अमेरिका की व्यापारिक आक्रामकता का जवाब दे सके।
उनका कहना है कि अब दुनिया के कई देश, यहां तक कि अमेरिकी सहयोगी भी, अमेरिका को “डिसरप्टर” मानते हैं और उस पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं। सुलिवन ने चीन की तुलना में अमेरिका की छवि को कमजोर बताते हुए कहा कि आज कई देशों की नजर में चीन एक जिम्मेदार वैश्विक खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है, जबकि अमेरिकी ब्रांड नीचे गिर चुका है।
भारत का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि जहां पहले रिपब्लिकन और डेमोक्रेट, दोनों दल, भारत के साथ संबंध मजबूत करने की कोशिश कर रहे थे, वहीं ट्रंप की 50% टैरिफ नीति ने नई दिल्ली को मजबूर कर दिया कि वह बीजिंग के साथ विकल्प तलाशे। ट्रंप के टैरिफ 27 अगस्त से लागू हुए हैं, जिनमें से 25% शुल्क भारत के रूस के साथ ऊर्जा और रक्षा संबंधों की वजह से लगाए गए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ने भारत पर टैरिफ लगाने का बड़ा कारण यह भी था कि मई में जब उन्होंने भारत-पाकिस्तान विवाद में मध्यस्थता की पेशकश की थी, तो भारत ने उसे खारिज कर दिया था, जिससे ट्रंप नाराज हो गए थे।




