यूएई पिछले चार दशकों से भारत और पाकिस्तान क्रिकेट फैंस का खास ठिकाना रहा है। 1981 में शारजाह में खेले गए पहले भारत–पाकिस्तान मैच से लेकर 2025 के चैंपियंस ट्रॉफी तक, यहां के स्टेडियम हमेशा रंग, जोश और ऊर्जा से भरते रहे हैं।
शारजाह, अबूधाबी और दुबई में खेले गए मुकाबलों में फैंस की भीड़ ने क्रिकेट को त्योहार जैसा बना दिया। कहीं तिरंगे और हरे झंडे लहराते दिखे तो कहीं बच्चे और परिवार दोनों देशों के झंडों में लिपटे हुए नजर आए।

दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम, शेख जायद स्टेडियम और शारजाह के मैदान ने न सिर्फ हाई-वोल्टेज मुकाबलों का रोमांच देखा बल्कि फैंस की दोस्ती, जश्न और जज़्बात भी कैद किए।
चाहे 2006 का अबूधाबी का मैच हो, 2011 में मॉल में लगी स्क्रीनिंग हो, या 2018 और 2022 के एशिया कप के भिड़ंत—हर मौके पर फैंस ने क्रिकेट को जश्न की तरह मनाया।

2025 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भी वही रंग और उत्साह देखने को मिला जब भारत और पाकिस्तान के समर्थक दुबई पहुंचे। इन तस्वीरों और यादों से साफ है कि यूएई लंबे समय से क्रिकेट राइवलरी और दोस्ती का साझा मंच रहा है, जहाँ खेल ने हमेशा दोनों देशों के दिलों को जोड़ा है।




