भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से भारतीय नागरिकों को ईरान में रोजगार यात्रा को लेकर सख्त चेतावनी दी गई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हाल ही में बहुत से भारतीय नागरिकों को झूठे रोजगार के वादों पर ईरान बुलाया गया और वहां अपराधियों द्वारा अपहरण कर फिरौती मांगी गई।
MEA के आधिकारिक प्रवक्ता रंधीर जयस्वाल ने कहा कि कई भारतीयों से यह वादा किया गया कि उन्हें ईरान आने के बाद किसी तीसरे देश में रोजगार मिलेगा। लेकिन जब भारतीय नागरिक ईरान में पहुंचे तो उन्हें अपराधियों ने अगवा कर लिया और परिवार से फिरौती की मांग की गई।
मंत्रालय की ओर से स्पष्ट किया कि ईरान की सरकार भारतीय नागरिकों को केवल पर्यटन के उद्देश्य से वीज़ा-रहित प्रवेश की अनुमति देती है, जो रोजगार के लिए लागू नहीं है। यह वीज़ा-रहित प्रवेश केवल 15 दिनों के लिए, हर छह महीने में एक बार वैध है। अपराधी और दुराचारी एजेंट इसे रोजगार के झूठे प्रस्तावों के लिए फायदा उठाते हैं।
MEA ने नागरिकों से आग्रह किया है कि रोजगार से जुड़े प्रस्तावों को पूरी तरह सत्यापित किए बिना न मानें और किसी भी मध्यस्थ या एजेंट पर भरोसा न करें। अगस्त 2025 से ईरान में रोजगार हेतु जाने वाले भारतीयों को इमिग्रेशन क्लियरेंस लेना अनिवार्य किया गया है, ताकि उन्हें शोषण और अपराध से बचाया जा सके। इस चेतावनी का उद्देश्य भारतीय नागरिकों को अंतरराष्ट्रीय रोजगार स्कैम और संगठित अपराध से बचाना है




