कतर और अमेरिका की डिफेंस डील अब एक नए मुकाम पर पहुंच चुकी है। अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ की ओर से ऐलान किया गया है कि अमेरिका इडाहो में कतर एयरफोर्स के लिए एक संयुक्त एयरबेस स्थापित किया जायेगा। कतर के लिए यह बेस F-15 जेट्स और पायलटों की ट्रेनिंग का बड़ा एयरबेस बनेगा।
अमेरिकी सेक्रेटरी ने बताया कि आज हम माउंटेन होम एयरफोर्स बेस, इडाहो में कतर अमीरी एयरफोर्स की सुविधा के निर्माण के लिए एक लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस साइन कर रहे हैं। ये साझेदारी हमारे ट्रेनिंग और इंटरऑपरेबिलिटी को मजबूत करेगी और हमारी संयुक्त ताकत को और अधिक बढ़ायेगी। उन्होंने कहा, कतर के साथ हमारा रिश्ता भरोसे और साझेदारी का है।
कतर को सुरक्षा की गारंटी दी
अमेरिका की ओर से यह फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब ट्रंप ने कतर को सुरक्षा की पूरी गारंटी दी। हाल ही में 29 सितंबर को ट्रंप ने एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन करते हुए कहा था कि अमेरिका कतर की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। इस ऑर्डर में लिखा गया है कि यदि किसी भी देश ने कतर की ‘टेरिटरी, संप्रभुता या अहम इंफ्रास्ट्रक्चर’ पर हमला किया तो उसे अमेरिका की शांति और सुरक्षा के खिलाफ हमला माना जाएगा।
कतर लंबे वक्त से अमेरिका का अहम सहयोगी
गौरतलब है कि कतर लंबे वक्त से अमेरिका का अहम सहयोगी रहा है। कतर की राजधानी दोहा के बाहर बना ‘अल उदेइद एयरबेस’ पहले से ही मिडल ईस्ट में अमेरिकी सेनाओं का सबसे बड़ा ठिकाना रहा है। साल 1996 में बने इस बेस में करीब 10,000 सैनिक तैनात हैं, जिनमें अमेरिकी, ब्रिटिश और कतर एयरफोर्स के जवान शामिल हैं। अब अमेरिका के इडाहो में नया एयरबेस बनने से कतर और अमेरिका के रिश्तों को और अधिक मजबूती मिलेगी। इस कदम से दोनों देशों के बीच ‘संयुक्त सैन्य तैयारी और ऑपरेशनल सिंक्रोनाइजेशन’ को मजबूती मिलेगी।




