कनाडा की सरकार ने नागरिकता से जुड़ा नया बिल (C-3) पेश किया है। यह कदम पुराने नियमों की कमियों को सुधारने के लिए उठाया गया है। 2023 में एक अदालत ने पुराने नियम को असंवैधानिक बताया था और सरकार ने उस फैसले को मान लिया था।
इमिग्रेशन मिनिस्टर लीना मेटलेज डियाब ने बताया कि बिल C-3 से उन लोगों को न्याय मिलेगा जिन्हें पुराने नियमों की वजह से नागरिकता नहीं मिली थी। सरकार का कहना है कि नया कानून आधुनिक जरूरतों के मुताबिक बनाया गया है और कई मामलों को ठीक करेगा।
इस बदलाव से उन परिवारों को असर पड़ेगा जिनके बच्चे कनाडा के बाहर पैदा हुए हैं। पुराने नियमों की वजह से कई लोग खुद को नागरिक समझते थे पर कानून उन्हें मान्यता नहीं देता था। नए कानून से कुछ लोगों की नागरिकता वापस आ सकती है और नए मामले दायर किए जा सकेंगे।
नए नियम में Substantial Connection Test नाम का एक बड़ा बदलाव है। इसके तहत, अगर माता-पिता खुद विदेश में पैदा हुए हैं, तो वे अपने बच्चे को तभी नागरिकता दे पाएंगे जब वे बच्चे के जन्म या गोद लेने से पहले कम से कम 1095 दिन यानी करीब तीन साल कनाडा में रह चुके हों। 2009 और 2015 में भी कुछ सुधार हुए थे और तब करीब 20 हजार लोगों को नागरिकता वापस मिली थी।
अदालत ने सरकार को जनवरी 2026 तक यह बदलाव लागू करने का समय दिया है। लागू होते ही नागरिकता के आवेदन बढ़ने की संभावना है। सरकार और संबंधित अधिकारी आगे की प्रक्रिया और नियमों की जानकारी समय के साथ देंगे।
- कनाडा ने नागरिकता कानून में बड़े बदलाव की घोषणा की है।
- बिल C-3 पुराने नियमों की कमियों को ठीक करेगा।
- नया Substantial Connection Test 1095 दिनों का नियम लाता है।
- यह बदलाव विदेश में जन्मे बच्चों वाले परिवारों को प्रभावित करेगा।
- नया नियम जनवरी 2026 तक लागू किया जाना है।




