वेदांता लिमिटेड ने अपने कारोबार को 5 अलग-अलग कंपनियों में बांटने का बड़ा फैसला किया है। नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज़ ने वेदांता पर अपनी ‘खरीदें’ (BUY) रेटिंग बनाए रखी है और ₹686 का टारगेट दिया है — यानी 34% upside। ब्रोकरेज का मानना है कि डीमर्जर से लगभग ₹84 प्रति शेयर की अतिरिक्त वैल्यू अनलॉक हो सकती है।
Key Highlights
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वेदांता का बिज़नेस 5 कंपनियों में बंटेगा
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शेयरधारकों को 1 पुराना = 1-1 शेयर सभी नई कंपनियों में
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नुवामा का टारगेट: ₹686 (34% upside)
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डीमर्जर से ₹84/share वैल्यू अनलॉक की उम्मीद
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एल्यूमिनियम, पावर, जिंक में मजबूत ऑपरेशन → वैल्यूएशन मल्टीपल्स सुधरेंगे
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दिसंबर 2025 में NCLT का ऑर्डर, FY26 के अंत तक प्रक्रिया पूरी होने की संभावना
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जनवरी 2026 तक ₹20 DPS (डिविडेंड) का अनुमान
वेदांता लिमिटेड ने अपने बड़े और विविध कारोबार को बेहतर तरीके से चलाने के लिए कंपनी को 5 अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में बांटने की योजना पेश की है। इसके तहत वेदांता के शेयरधारकों को उनके हर एक शेयर के बदले नई चार कंपनियों में भी 1:1 अनुपात में शेयर मिलेंगे। यानी कोई भी निवेशक एक ही शेयर से 5 अलग-अलग लिस्टेड यूनिट्स का मालिक बन जाएगा।
डीमर्जर के बाद बनने वाली पांच कंपनियां:
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Vedanta Ltd (Core Metals + Zinc + Misc.)
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Vedanta Aluminium Metal
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Vedanta Power
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Vedanta Oil & Gas
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Vedanta Iron & Steel
इन नई इकाइयों को NSE और BSE पर अलग से लिस्ट किया जाएगा। NCLT की मुंबई बेंच ने डीमर्जर पर फैसला सुरक्षित रखा है और उम्मीद है कि दिसंबर 2025 में ऑर्डर मिल जाएगा।
नुवामा रिसर्च के अनुसार, डीमर्जर “3D Strategy” — Delivery, Demerger और Deleveraging — पर आधारित है, जिससे कंपनी के फंडामेंटल और वैल्यूएशन दोनों सुधरेंगे। ब्रोकरेज को अंदाज़ा है कि अलग-अलग बिज़नेस को उनके असली वैल्यूएशन के मुताबिक मल्टीपल्स मिलेंगे, जिससे लगभग ₹84 प्रति शेयर की वैल्यू अनलॉक हो सकती है।
एल्यूमिनियम, स्टील और पावर बिजनेस में तेजी आने और लागत घटने से कंपनी का कैशफ्लो सुधर रहा है। नुवामा का कहना है कि डीमर्जर के बाद एल्यूमिनियम यूनिट का EV/EBITDA मल्टीपल 6.0x से बढ़कर 6.5x भी हुआ तो अकेले इससे ₹36 प्रति शेयर की वैल्यू जुड़ सकती है।
साथ ही, कंपनी ने कर्ज में डूबी JP Associates को खरीदने से पीछे हटकर एक पॉजिटिव सिग्नल दिया है। इसके अलावा जनवरी 2026 तक ₹20 प्रति शेयर डिविडेंड मिलने की संभावना भी निवेशकों के लिए बड़ा आकर्षण है।
Impact for Investors
अगर डीमर्जर समय पर मंजूर हो गया, तो वेदांता जैसे बड़े समूह में निवेश करने वाले शेयरहोल्डर्स के लिए अलग-अलग बिज़नेस यूनिट्स में सीधी हिस्सेदारी मिलना बड़ा फायदा साबित हो सकता है। वैल्यू अनलॉक और बेहतर मल्टीपल्स से स्टॉक में आगे भी तेजी की गुंजाइश है।
Summary Table
| पॉइंट | विवरण |
|---|---|
| Target Price | ₹686 (34% upside) |
| Additional Value | ₹84 प्रति शेयर डीमर्जर से |
| New Units | 5 कंपनियां |
| Share Ratio | 1 पुराना शेयर = 4 नई कंपनियों में 1-1 शेयर |
| NCLT Verdict | दिसंबर 2025 (उम्मीद) |
| Completion Timeline | FY26 के अंत तक |
| Expected Dividend | ₹20/share (Jan 2026 तक) |
FAQ
1. क्या डीमर्जर से स्टॉक की कीमत बढ़ेगी?
ब्रोकरेज के अनुसार हां — लगभग ₹84/share की वैल्यू अनलॉक की संभावना है।
2. निवेशक को कितने शेयर मिलेंगे?
एक वेदांता शेयर पर नई चार कंपनियों में 1-1 शेयर मिलेगा।
3. यह प्रक्रिया कब पूरी होगी?
दिसंबर 2025 में आदेश और FY 2026 के अंत तक पूरा डीमर्जर।
4. क्या डिविडेंड भी मिलेगा?
हाँ — जनवरी 2026 तक ₹20 प्रति शेयर देने की संभावना है।





