दिल्ली और गाजियाबाद के लोगों का लंबा इंतजार खत्म हो गया है। रविवार देर रात दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi-Dehradun Expressway) के दो महत्वपूर्ण हिस्सों को आम जनता के लिए खोल दिया गया है।
अब आप दिल्ली के अक्षरधाम से सीधे बागपत के मवीकला गांव तक अपनी गाड़ी सरपट दौड़ा सकते हैं। आइए जानते हैं इस नए रूट की खासियतें और आपको इससे क्या फायदा होगा।
सफर हुआ आसान: कहाँ से कहाँ तक खुला रास्ता?
NHAI ने अक्षरधाम के पास से बैरिकेड्स हटा दिए हैं।
-
शुरुआत: अक्षरधाम (दिल्ली)
-
अंत: मवीकला गांव (बागपत, खेकड़ा के पास)
-
कुल लंबाई: यह खुला हुआ हिस्सा करीब 32 किलोमीटर लंबा है। इसमें दिल्ली का हिस्सा 14.5 किमी और गाजियाबाद-बागपत का हिस्सा करीब 17 किमी है।

सबसे बड़ी राहत: अभी सफर बिल्कुल फ्री (No Toll)
वाहन चालकों के लिए सबसे अच्छी खबर यह है कि फिलहाल इस 32 किलोमीटर लंबे हिस्से पर कोई टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा। हालांकि, ट्रोनिका सिटी में टोल बूथ बनाया गया है, लेकिन अभी शुरुआत में सफर मुफ्त रहेगा।
किन इलाकों से गुजरेगा यह एक्सप्रेसवे? (Route Map)
यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के कई व्यस्त इलाकों को कनेक्ट करते हुए बागपत तक जाएगा। इसका रूट इन जगहों से होकर गुजरता है:
-
अक्षरधाम, लक्ष्मीनगर, गीता कॉलोनी
-
लोहे का पुल, शास्त्री पार्क, न्यू उस्मानपुर
-
करतार नगर, खजूरी खास चौक, बिहारीपुर
-
अंकुर विहार, शारदा सिटी, पावी पुश्ता (लोनी)
-
मंडोला एनबीसीसी टाउनशिप होते हुए बागपत (मवीकला) तक।
आगे का रास्ता कैसे तय करेंगे?
फिलहाल यह एक्सप्रेसवे मवीकला (बागपत) तक ही खुला है। इसके आगे का निर्माण कार्य अभी जारी है। अगर आपको सहारनपुर या देहरादून जाना है, तो मवीकला से आगे आपको पुरानी दिल्ली-सहारनपुर रोड पकड़नी होगी।
प्रोजेक्ट की खास बातें (Project Highlights)
-
कुल लागत: 12,000 करोड़ रुपये।
-
कुल लंबाई: पूरा एक्सप्रेसवे 212 किलोमीटर लंबा होगा (दिल्ली से देहरादून)।
-
लेन: यह 6 लेन का ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेसवे है।
-
कनेक्टिविटी: बागपत में इसे ‘ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे’ से भी जोड़ा गया है, जिससे आगे का सफर और आसान हो जाएगा।
कुछ सावधानियां और समस्याएं
सफर पर निकलने से पहले इन बातों का ध्यान रखें:
-
मंडोला में रैंप नहीं: जमीन विवाद के कारण मंडोला में अभी चढ़ने-उतरने के लिए रैंप और सर्विस रोड नहीं बनी है।
-
लाइटिंग की दिक्कत: गाजियाबाद-बागपत हिस्से में कई जगह स्ट्रीट लाइटें खराब हैं और अभी मार्शलों की तैनाती भी पूरी नहीं हुई है। (रात में संभलकर ड्राइव करें)।
इस नए रूट के खुलने से उत्तर-पूर्वी दिल्ली और गाजियाबाद के लोगों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलेगी। अगर आप बागपत या उसके आगे जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इस नए ‘टोल-फ्री’ रूट का फायदा जरूर उठाएं, लेकिन सुरक्षा का ध्यान रखें।




