क्या है योजना?
• नोएडा में प्रदूषण को नियंत्रित करने के उद्देश्य से 150 नए इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के चार्जिंग स्टेशन और 13 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन खोले जाएंगे।
• वाहन मालिक अपनी पुरानी बैटरी को स्वैपिंग स्टेशन पर देकर पूरी चार्ज बैटरी प्राप्त कर सकेंगे।
• यह बैटरी स्वैपिंग प्रक्रिया महज पाँच मिनट में पूरी होगी, जिससे घंटों चार्जिंग करने की आवश्यकता समाप्त हो जाएगी।
• स्टेशनों को शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर स्थापित किया जाएगा ताकि ग्राहकों को सस्ते में सेवा मिल सके।
कब शुरू होगा काम?
प्राधिकरण के अनुसार, स्थान सर्वेक्षण और Expression of Interest (EOI) की प्रक्रिया बहुत जल्द शुरू की जाएगी, और नए चार्जिंग व स्वैपिंग स्टेशन अगले 3-4 महीनों में चालू किए जाने की उम्मीद है।
लाभ क्या मिलेगा?
• इलेक्ट्रिक दोपहिया और व्यावसायिक वाहनों के लिए चार्जिंग समय में कमी आएगी और संचालन अधिक आसान हो जाएगा।
• स्वैपिंग स्टेशनों द्वारा चार्जिंग समय घटेगा, जिससे दैनिक उपयोगकर्ताओं को राहत मिलेगी।
• यह पहल प्रदूषण कम करने के लक्ष्य के साथ-साथ ईवी को अपनाने में बढ़ावा देने में मदद करेगी।
बैकग्राउंड और संदर्भ
नोएडा प्राधिकरण पहले से ही ईवी इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने की दिशा में काम कर रहा है। पहले चरण में 81 नए EV चार्जिंग स्टेशन तीन महीने के भीतर स्थापित करने की योजना है, और मार्च 2026 तक 13 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन कार्यान्वित किए जाएंगे।
इस स्वैपिंग तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है, जिससे ईवी चार्जिंग की सुविधा अधिक सुलभ और तेज़ हो रही है। कई तकनीकी कंपनियाँ भारत में बैटरी स्वैपिंग नेटवर्क स्थापित करने की दिशा में कार्य कर रही हैं।





