दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में आई गिरावट के बाद स्कूली शिक्षा व्यवस्था एक बार फिर पूरी तरह से पटरी पर लौटती दिख रही है। राजधानी में अब कक्षा 6 से लेकर 9वीं और 11वीं तक की पढ़ाई सामान्य रूप से यानी पूरी तरह ऑफलाइन मोड में होगी। शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में औपचारिक आदेश जारी कर दिया है, जिसके तहत हाइब्रिड क्लास की व्यवस्था को इन कक्षाओं के लिए समाप्त कर दिया गया है। छात्रों को अब पढ़ाई के लिए रोजाना स्कूल आना होगा।
हाइब्रिड मोड हुआ खत्म, अब कक्षा 6 से 9 और 11वीं के छात्रों को रोजना अनिवार्य रूप से जाना होगा स्कूल
शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी ताजा निर्देशों के मुताबिक, कक्षा 6 से 9 और कक्षा 11 के छात्रों के लिए ‘ऑनलाइन और ऑफलाइन’ (हाइब्रिड) का विकल्प अब बंद कर दिया गया है। अब इन सभी छात्रों की फिजिकल क्लास रेगुलर लगेंगी। वहीं, बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए कक्षा 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पहले से ही ऑफलाइन चल रही थी, जो बिना किसी बदलाव के जारी रहेगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्कूलों को अपनी समय-सारणी तुरंत सामान्य करनी होगी ताकि छात्रों की पढ़ाई का नुकसान न हो।
हवा की गुणवत्ता में सुधार और ग्रैप-4 की पाबंदियां हटते ही प्रशासन ने लिया स्कूलों को खोलने का बड़ा फैसला
स्कूलों को फिर से सामान्य रूप से खोलने का यह फैसला वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा ग्रैप-4 (GRAP-4) की पाबंदियों को हटाने के बाद लिया गया है। दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) अब ‘गंभीर’ (Severe) श्रेणी से सुधरकर ‘खराब/बहुत खराब’ श्रेणी में आ गया है, जिसके चलते सख्त प्रतिबंधों में ढील दी गई है। इससे पहले प्रदूषण बढ़ने पर 13 से 15 दिसंबर के बीच इन कक्षाओं को ऑनलाइन या हाइब्रिड मोड में शिफ्ट कर दिया गया था, लेकिन अब स्थिति बेहतर होने पर वह आदेश वापस ले लिया गया है।
सरकारी से लेकर प्राइवेट स्कूलों तक सभी पर तत्काल प्रभाव से लागू होगा नियम, अभिभावकों को सूचित करने के निर्देश
यह आदेश दिल्ली के सभी प्रकार के स्कूलों पर समान रूप से लागू होगा। इसमें शिक्षा निदेशालय (DoE), नगर निगम (MCD), एनडीएमसी (NDMC) और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड के तहत आने वाले सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी मान्यता प्राप्त स्कूल शामिल हैं। सभी स्कूल प्रमुखों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे तुरंत अभिभावकों और छात्रों को इस बदलाव की सूचना दें, ताकि बच्चे समय पर स्कूल पहुंच सकें और ऑफलाइन पढ़ाई सुचारू रूप से शुरू हो सके।
छोटे बच्चों की सेहत के साथ अभी कोई समझौता नहीं, पांचवीं तक की कक्षाएं फिलहाल हाइब्रिड मोड में ही चलेंगी
बड़े बच्चों के लिए जहां स्कूल खोल दिए गए हैं, वहीं नर्सरी से लेकर पांचवीं तक के छोटे बच्चों के लिए अभी भी एहतियात बरती जा रही है। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि कक्षा 5 तक के बच्चों के लिए हाइब्रिड या ऑनलाइन मोड की व्यवस्था अगले आदेश तक जारी रहेगी। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि प्रदूषण के पीक दिनों में छोटे बच्चों को स्वास्थ्य संबंधी जोखिम से बचाया जा सके। इसका मतलब है कि छोटे बच्चे स्कूल की सुविधा और प्रदूषण की स्थिति के अनुसार ऑनलाइन पढ़ाई जारी रख सकते हैं।





