दिल्ली में रहने वाले आम नागरिकों के लिए यह एक बेहद राहत भरी खबर है। राजधानी में अब किसी भी तरह के पारिवारिक या सामाजिक आयोजन के लिए जगह की तलाश करना और उसे बुक करना बेहद आसान हो गया है। दिल्ली नगर निगम ने अपनी सेवाओं को आधुनिक बनाते हुए पार्कों और सामुदायिक भवनों की बुकिंग प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल कर दिया है। इसका सीधा मतलब यह है कि अब लोगों को बुकिंग के लिए निगम के दफ्तरों में लंबी लाइनों में लगने या बार-बार चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी।
शादी-ब्याह और सामाजिक कार्यक्रमों के लिए अब नहीं लगाने पड़ेंगे अधिकारियों के चक्कर, घर बैठे ही एक क्लिक पर पूरी हो सकेगी बुकिंग और भुगतान की प्रक्रिया
इस नई व्यवस्था के लागू होने से नागरिकों को शादी, रिसेप्शन, जन्मदिन, धार्मिक अनुष्ठान और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के लिए जगह की बुकिंग करने में बड़ी सहूलियत मिलेगी। पहले इन आयोजनों के लिए पार्क या कम्युनिटी हॉल बुक करने की प्रक्रिया काफी जटिल थी। लोगों को फाइल तैयार करने, लाइसेंस लेने और भुगतान करने के लिए ऑफलाइन माध्यमों पर निर्भर रहना पड़ता था, जिसमें काफी समय और ऊर्जा बर्बाद होती थी। अब यह सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से लोग अपने घर या दफ्तर से ही अपने पसंदीदा स्थान को बुक कर सकेंगे।
ऑनलाइन पोर्टल पर 90 पार्क और 300 से ज्यादा सामुदायिक भवन किए गए सूचीबद्ध, हजारों लोगों ने नई व्यवस्था के तहत दर्ज कराई अपनी एडवांस बुकिंग
डिजिटल इंडिया की दिशा में बढ़ाए गए इस कदम के तहत, ऑनलाइन पोर्टल पर फिलहाल 90 पार्क और 323 सामुदायिक भवनों को उपलब्ध करा दिया गया है। जनता की तरफ से भी इस नई प्रणाली को अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। अब तक कुल 6913 ऑनलाइन बुकिंग दर्ज की जा चुकी हैं, जबकि पुरानी ऑफलाइन पद्धति से केवल 2043 बुकिंग ही हो पाई थीं। डिमांड का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आने वाले समय के लिए उपलब्ध 90 पार्कों में से 396 और 323 सामुदायिक भवनों में से 213 की बुकिंग पहले ही सुनिश्चित की जा चुकी है।
आवेदन की स्थिति से लेकर भुगतान की रसीद तक सब कुछ मिलेगा वेबसाइट पर, नई व्यवस्था से सिस्टम में आएगी पारदर्शिता और खत्म होगी धांधली की गुंजाइश
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए नागरिकों को केवल निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। आवेदन करने के बाद उसकी मौजूदा स्थिति (स्टेटस), भुगतान की रसीद और बुकिंग कन्फर्मेशन सब कुछ ऑनलाइन ही प्राप्त किया जा सकेगा। पहले मैनुअल बुकिंग में कई बार पारदर्शिता की कमी और भ्रष्टाचार की शिकायतें सामने आती थीं, लेकिन अब पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होने से सिस्टम पारदर्शी बनेगा। इससे न केवल भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी, बल्कि आम जनता का प्रशासन पर भरोसा भी बढ़ेगा।




