बिहार में अगर आपने अभी अपना जमीन खरीद रखा है तो अभी तत्काल प्रभाव से आपके दाखिल खारिज पर रोक लगा दिया गया है. इस बार बार हमने जब पूरी जानकारी राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग से लिया तब कई महत्वपूर्ण चीजें सामने आई हैं.
राज्य में जमीन के ऑनलाइन दाखिल खारिज में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा पकड़ा गया है। फर्जीवाड़ा रजिस्टर-2 में दर्ज भूमि के रेकॉर्ड को ऑनलाइन करने के दौरान किया गया है। इसमें अंचल कार्यालयों में तैनात डाटा इंट्री ऑपरेटर और राजस्व कर्मी की मिलीभगत पाई गई है।
इन सारे जमीन के दाखिल खारिज पर लगा रोक.
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने ऐसी भूमि के दाखिल खारिज पर रोक लगा दी है, जिसका रेकॉर्ड ऑनलाइन नहीं है। ऐसी भूमि को कोई कर्मचारी या अधिकारी दोबारा दाखिल खारिज नहीं कर दें, इसीलिए सिस्टम को लॉक कर दिया गया है।
कई लोगों की जाएगी नौकरी होंगे सस्पेंड.
फिलहाल मामले की जांच चल रही है। प्रदेश के कई जिलों में ऐसे मामले सामने आए हैं। विभाग इस मामले की समीक्षा करेगा। इधर इस मामले में प्रदेश के कई सीओ, राजस्व कर्मचारी और डाटा इंट्री आपरेटर पर गाज गिरनी तय मानी जा रही है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से लगाई गई रोक से प्रदेश में लगभग सवा लाख मामले में पेच फंस गया है। ऐसी भूमि का परिमार्जन भी नहीं किया जा सकता है।
सिस्टम किया गया लॉक
कई डाटा इंट्री ऑपरेटर और राजस्व कर्मियों ने अपने स्तर से बिना ऑनलाइन रेकॉर्ड वाली भूमि का ऑनलाइन दाखिल खारिज कर दिया है। ऐसे मामले की जांच हो रही है। इसलिए सिस्टम को लॉक कर दिया गया है।
– बृजेश मेहरोत्रा, अपर मुख्य सचिव, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग।