दुबई में काम पर गई थी महिला
खाड़ी देशों में काम के नाम पर भेजने वाले फ्रॉड एजेंटों का खुलासा हुआ है। कई बार इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं जिनमें मासूम कर्मचारियों के अपना निशाना बनाकर एजेंट विदेश में अच्छी सैलरी का वादा कर धोखा देते हैं। पहले उनके पासपोर्ट और वीजा का व्यवस्था करके उन्हें खाड़ी देश भेज देते हैं और फिर उनके साथ बदसलूकी की जाती है और उन्हें बंदी बनाकर नौकरों की तरफ काम कराया जाता है। इस दौरान उन्हें भूखा रखा जाता है और किसी तरह की सुविधा नहीं दी जाती है।
लुधियाना की 24 वर्षीय महिला दुबई में काम करने के लिए गई थी लेकिन मजबूर कर उसे ओमान में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार बना दिया गया है। महिला ने जब घरेलू कामगार के तौर पर काम करने से मना कर दिया तब एजेंटों ने उसे छुड़ाने के Rs 2.15 लाख की डिमांड की।
महिला का पासपोर्ट कर लिया गया था जब्त
बताते चलें कि महिला का पासपोर्ट जब कर लिया गया था और जब उसने पासपोर्ट मांगा तो उससे Rs 2.15 लाख की डिमांड की गई। महिला के परिजनों ने ₹100000 की व्यवस्था की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ, उसे पासपोर्ट नहीं मिला।
महिला किसी तरह खुद को बचाते हुए भारतीय दूतावास पहुंची और वहां से वाइट पासपोर्ट के साथ दिल्ली वापस लौट आइ हैं। महिला ने लोकल पुलिस थाने में 3 आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।