बालेश्वर में हुए रेल हादसे ने पूरे देश भर को बड़ा सदमा दिया. अब जब इसकी जांच शुरू कर दी गई है तब कई तथ्य ऐसे निकल कर सामने आ रहे हैं जो लोगों को चौकाने वाले हैं. रेल दुर्घटना की जांच के लिए सीबीआई जांच के आदेश दिए जा चुके हैं.
लूप लाइन पर कैसे गई गाड़ी.
सबसे पहला सवाल यह निकल कर सामने आ रहा है कि इससे ट्रेन के मार्ग में परिवर्तन किस प्रकार किया गया. दरअसल जब एक रेल चलती है तब उसका मार्ग पहले से ही फिक्स किया हुआ होता है लेकिन ट्रैक बदलने के क्रम में उसे लूप लाइन पर कैसे लाया गया. जबकि उतने हाई स्पीड पर चल रहे रेलगाड़ी को कभी भी लूप लाइन पर सिर्फ नहीं किया जाता है.
दूसरी चीज है यह है कि गाड़ी के मार्ग में परिवर्तन किया गया है जब मार्ग परिवर्तन करने वाले को यह पता था कि महज कुछ मिनट के भीतर एक और हाई स्पीड ट्रेन “दुरंतो एक्सप्रेस” आ रही है. इन सवालों को लेकर जांच प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है कि यह इंसान की गलती की वजह से हुआ या फिर किसी अन्य कारण से.
40 लोगों के शरीर पर किसी भी प्रकार का निशान नहीं.
बालेश्वर ट्रेन हादसे से जब समूह को बाहर निकाला गया तो कोरोमंडल एक्सप्रेस से निकाले गए लगभग 40 ऐसे शो थे जिनमें किसी खरोच या चोट तक का निशान नहीं मिला है. प्रारंभिक जांच में इस तरह की की चौंकाने घटना देखकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच शुरू कर दी गई है.