किसानों के लिए योजना
सरकार की तरफ से किसानों के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है लेकिन जानकारी के अभाव में किसान योजनाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं। इसी तरह की योजनाओं में से एक है गोपीनाथ मुंडे किसान दुर्घटना बीमा योजना। अगर आप एक किसान है तो अपने परिवार की सुरक्षा के लिए इस योजना के बारे में जानकारी अवश्य लेनी चाहिए और बीमा जरूर कराना चाहिए।
क्या है गोपीनाथ मुंडे किसान दुर्घटना बीमा योजना?
गोपीनाथ मुंडे किसान दुर्घटना बीमा योजना की मदद से किसानों के साथ हुई अप्रिय घटना के बाद उन्हें ₹200000 तक की आर्थिक मदद दी जाती है। खेती का काम करते समय किसानों को कई तरह की दुर्घटनाओं का भी सामना करना पड़ता है। जैसे की मशीन से किसी शारीरिक अंग का कट जाना या फिर करेंट लगने या पानी में डूबना। कई स्थितियों में किसानों की मृत्यु तक हो जाती है।
ऐसी स्थिति में परिजनों के लिए रोजी रोटी चलाना काफी मुश्किल हो जाता है। इन परिस्थितियों में किसानों को आर्थिक मदद देने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है।
कितनी मिलती है मुवावजे की रकम?
अगर किसी किसान की दुर्घटना में दो आंख, दो हांथ, दो पांव या एक ही साथ एक पांव और एक आंख की क्षति होने पर 2 लाख रुपए का मुआवजा मिलता है।
वहीं एक आंख, एक हांथ या एक पैर की क्षति होने पर 1 लाख रुपए का मुआवजा मिलता है।
इस योजना का लाभ उठाने के लिए क्या है पात्रता?
इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों की मृत्यु और प्राकृतिक तरीके से होनी अनिवार्य है। जैसे कि मृत्यु अगर बिच्छू के काटने से, पानी में डूबने से, कीटनाशक छिड़काव के समय, बिजली गिरने से, बिजली का करंट लगने आदि कारणों से होती है उन्हें इस बीमा का लाभ दिया जाएगा।
ध्यान रहे कि इस बीमा का लाभ उन किसानों को नहीं दिया जाएगा जिनकी मृत्यु प्राकृतिक कारणों या फिर आत्महत्या आदि से हुई है।
कहां करें आवेदन?
अगर आप इस बीमा का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपत्ति आवेदन, दोष आरोप, FIR, घटनास्थल का पंचनामा, वरिसदारों का राष्ट्रीय बैंक खाता, फोटो और चिकित्सा संबंधित कागजात के साथ तैयार रहें। साथ ही तहसील कृषि अधिकारी के पास आवेदन करें।