दिल्ली की राजधानी यमुना के उफान पर आने के कारण बाढ़ की कगार पर पहुंच गई है। यमुना का जलस्तर अपने खतरे के निशान से बहुत ऊपर जा चुका है, जिसकी वजह से किनारे बसे लोगों की परेशानी बढ़ गई है। निचले इलाकों में पानी घुस चुका है और आसपास के लोगों को अपना घर खाली करना पड़ा है।
दिल्ली सरकार ने आपात्कालीन कदम उठाये
दिल्ली सरकार ने हरियाणा के हथिनीकुंड बराज से पानी छोड़ने के आलेख जारी किए हैं। इस पर क्रियावाही करते हुए, पानी कम मात्रा में छोड़ी जा रही है।
बारिश का अलर्ट, यमुना नदी में जलस्तर बढ़ा
इसके बावजूद, मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली में 15 और 16 जुलाई के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया है। यमुना नदी में जलस्तर बढ़ रहा है, और दिल्ली सरकार ने निचले इलाकों में रहने वाले हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया है।
भारी बारिश और बाढ़ से हिमाचल और उत्तराखंड में परेशानी
इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश और बाढ़ की समस्या आई है। हिमाचल प्रदेश में बीते तीन दिनों में कुल्लू और मनाली से लगभग 25 हजार पर्यटकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। उत्तराखंड में भी लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण तीन लोगों की मौत हो गई है।
मौसम में सुधार और आगामी चुनौतियां
जनसंपर्क मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, कई दिनों तक भारी बारिश के बाद अब उत्तर भारत के कई इलाकों में मौसम में सुधार हुआ है। इसके बाद अध यमुना नदी में पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और प्रशासन निचले इलाकों के लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचा रहा है.
महत्वपूर्ण सूचना सारणी
तिथि | यमुना का जलस्तर (मीटर में) | अधिकतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) | बारिश की मात्रा (मिलीमीटर में) |
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12 जुलाई | 208.55 | 34 | 26 | 12 |
13 जुलाई | 209.75 | 33 | 25 | 25 |
14 जुलाई | 210.05 | 32 | 24 | 36 |
15 जुलाई | अनुमानित 210.5 | अनुमानित 31 | अनुमानित 23 | अनुमानित 45 |
16 जुलाई | अनुमानित 210.75 | अनुमानित 30 | अनुमानित 22 | अनुमानित 55 |