KUWAIT में नौकरी के नाम पर ठगी
कुवैत में फंसे 20 भारतीय प्रवासियों को बचा लिया गया है। कुवैत में भारतीय दूतावास की मदद से इन सभी प्रवासियों को बचाकर वापस भारत भेज दिया गया है। इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं जिनमें नौकरी के नाम पर भारतीय कामगारों को खाड़ी देश ले जाया जाता है और वहां उनके साथ ठगी की जाती है। वहां उनके रहने और खाने की कोई भी व्यवस्था नहीं की जाती है।
2022 में ही गए थे कुवैत
सभी पीड़ित 24th May 2022 को कुवैत में 2 साल के कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने के लिए गए थे। वहां पर इन कर्मचारियों को एक कंपनी के लिए सफाई कर्मचारी के तौर पर रखा गया था। इनके लिए जीवन मुश्किल था क्योंकि इनके रहने और खाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी।
कंपनी ने भी कामगारों का 1 साल के लिए रेजिडेंस परमिट बनवा दिया था और दूसरे साल रेजिडेंस परमिट रिन्यूअल के लिए 475 KD की डिमांड करने लगें थे।
जब कामगारों ने परमिट स्थापित कर वापस भारत भेजने की अपील की तो कंपनी ने पासपोर्ट देने से साफ मना कर दिया और उन्हें काम से निकाल दिया। अब कामगारों को रहने खाने के साथ बिजली और पानी की भी परेशानी होने लगी। चैरिटी के आर्थिक मदद के बदलते थे इनकी जान बची रही।
बाद में सोशल कर्मचारियों ने यह मामला भारतीय दूतावास तक पहुंचा और फिर प्रवासियों को वहां से निकालने की प्रक्रिया शुरू होगी। मजबूरन कंपनी को सभी कर्मचारियों के लिए फ्लाइट टिकट बुक कर भारत भेजना पड़ा। सभी कर्मचारी 6th September 2023 को भारत वापस लौट आएं।