देश के सबसे बड़े Merger HDFC के बाद अब नया Demerger जल्द हो सकता है। यह भारतीय कॉरपोरेट हिस्ट्री में एक नया अध्याय लिखेगा। अनिल अग्रवाल के वेदांता लिमिटेड के शेयर बुधवार के दिन 6.9% की गिरावट के साथ बंद हुए। यह गिरावट कॉर्पोरेट फैमिली रेटिंग के डाउनग्रेडिंग के वजह से हुई।
अनिल अग्रवाल के वेदांता लिमिटेड के ऊपर भारी कर्ज का दबाव लंबे समय से बना हुआ है। अब इस स्थिति से निपटने के लिए अनिल अग्रवाल की कंपनी ने सूत्रों के मुताबिक Demerger प्लान किया है। इस नए डिमर्जिंग के साथ ही वेदांता लिमिटेड कई अलग-अलग छोटे इकाइयों में लिस्टिंग कंपनी के तौर पर बाजार में दोबारा से लिस्ट होगा।
यह कदम कर्ज दाताओं के कर्ज को और कम करने तथा जल्दी चुकता करने के नियत से किया जा रहा है। सामान्य निवेशकों को कंपनी के मूल शेयर के बदले सहायक कंपनी के कुछ और शेयर मिल सकते हैं। हाल ही में रिलायंस ग्रुप के तरफ से रिलायंस और जिओ फाइनेंशियल सर्विस दी मर्जर घोषित किए गए थे, कुछ इस प्रकार का दी मर्जर इस वेदांता लिमिटेड में भी देखने को मिल सकेगा।
अभी आपको बताते चले कि वेदांता लिमिटेड के शेयर 52 सप्ताह के निचले स्तर पर हैं और आप चाहे तो एकदम गिरे हुए भाव पर इस शेयर को खरीद सकते हैं। यहां ध्यान रखना होगा कि शेयर बाजार जोखिमों के अधीन होता है और निवेश करने से पहले आप अपना रिसर्च जरूर कर लें।