दसवीं की छात्रा के पेट में दर्द होने पर जिला अस्पताल भेजा गया। बच्ची ने किशोरी को शौचालय में जन्म दिया। बच्ची को स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट में भर्ती किया गया था। छात्रा को भी वही वार्ड में भर्ती किया गया। अब जच्चा और बच्चा दोनों पूरी तरह से स्वस्थ बताये जा रहें हैं। आगरा के हाथरस जिले में 10वीं की अविवाहित छात्रा को जब रविवार की रात को जिला अस्पताल में पेट दर्द के लिए भर्ती कराया गया तब वह किशोरी शंका होने पर टॉयलेट गई इसके बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने उसे एक बच्चे के साथ बाहर निकाला। बच्ची और छात्रा दोनों को पास के महिला अस्पताल में स्थानांतरित करा दिया गया है। वहाँ उनकी चिकित्सा चल रही है। दोनों की स्थिति खतरे से बाहर है।
किशोरी दसवीं की छात्रा है, और आगरा के हाथरस जिले के एक गांव में रहती है। छात्रा मथुरा में पैदा हुई है। वह वहीं रहकर अध्ययन कर रही है। रात्रि करीब 10 बजे उसके माता-पिता उसे जिला अस्पताल लाये, जहां उसने पेट दर्द की शिकायत की। युवती की स्थिति देखकर चिकित्सक और कर्मचारी तुरंत कुछ नहीं समझ सके। इसलिए उसे वार्ड में भर्ती करा दिया गया। छात्रा जब शौचालय गई तो वही उसका प्रसव हो गया , जो शौचालय की सीट में फंस गया, चिकित्सक और अस्पताल के कर्मचारियों को जब इस बात की जानकारी हुई तो वे भयभीत हो गए। तुरंत इसकी जानकारी जिला महिला अस्पताल को दी गई। जिला महिला अस्पताल से चिकित्सक और कर्मचारी वहां पहुंचे और प्रसव की जानकारी ली। टॉयलेट की सीट में फंसी बच्ची को कड़ी मशक्कत के बाद स्टाफ ने बाहर निकाला।
जिला अस्पताल के शौचालय में प्रसव हुआ था। चिकित्सक और कर्मचारी को मौके पर तुरंत भेजा गया। बच्चा और जच्चा दोनों को तुरंत अस्पताल ले गए। दोनों पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं। पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया गया है। —डा. शैली सिंह, जिला महिला अस्पताल के सीएमएस