हाल ही में एक ट्वीट ने एयर इंडिया की उड़ान AI-851 पर घटित एक चिंताजनक स्थिति को उजागर किया है, जहाँ यात्रियों को, जिनमें बच्चे, बुजुर्ग और पेशेवर शामिल थे, सात घंटे से अधिक समय तक पायलट के बिना विमान में बैठे रहना पड़ा। यह घटना दिल्ली हवाई अड्डे पर हुई और इसने एयर इंडिया की सेवा को लेकर आलोचना की लहर उत्पन्न की है।

 

घटना के प्रमुख पहलू:

  1. विमान में लंबी प्रतीक्षा: एयर इंडिया की उड़ान AI-851 के यात्रियों को सुबह 3:45 बजे विमान में बैठाया गया और वे सात घंटे से अधिक समय तक वहीं रहे। यह लंबी प्रतीक्षा एयरलाइन की संचालन प्रबंधन और यात्री कल्याण प्रोटोकॉल के बारे में सवाल उठाती है।
  2. पायलट की अनुपस्थिति: मुख्य समस्या पायलट की अनुपस्थिति प्रतीत होती है, जो उड़ान संचालन का एक महत्वपूर्ण घटक है। इस अनुपस्थिति ने न केवल उड़ान में देरी की, बल्कि यात्रियों की परेशानी में भी वृद्धि की।
  3. यात्री दुःख: बिना उचित संचार या सहायता के लंबे समय तक विमान में रहने से यात्रियों पर काफी प्रभाव पड़ा। परिवारों के साथ बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों को काफी असुविधा और चिंता का सामना करना पड़ा।
  4. सोशल मीडिया पर उठा मुद्दा: यह घटना ट्विटर के माध्यम से सार्वजनिक ध्यान में आई, जो सेवा प्रदाताओं के प्रति उपभोक्ता शिकायतों को उजागर की हैं।

 

Major Update: खबर लिखे जाने तक स्थिति यही बनी हुई हैं और भविष्य में आज इस फ्लाइट में और कितना विलंब होगा इसकी कोई जानकारी नहीं आयी हैं।

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