पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भाषण दिया। इस भाषण में उन्होंने भारत पर तीखी आलोचना की और पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा समर्थक दिखाने की कोशिश की। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान शांति, न्याय और विकास के लिए खड़ा रहेगा।
शहबाज शरीफ को बताया कठपुतली प्रधानमंत्री
शहबाज शरीफ के इस भाषण ने बालोचिस्तान के नेताओं के गुस्से को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया। बालोच नेता मीर यार बालोच ने शहबाज शरीफ को “कठपुतली प्रधानमंत्री” कहा और आरोप लगाया कि उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में बालोचिस्तान की स्थिति को छिपाया। मीर यार ने बताया कि पाकिस्तान ने न केवल पंजाब प्रांत का इस्तेमाल पड़ोसी देशों और वैश्विक शक्तियों के खिलाफ किया, बल्कि उसने बालोचिस्तान पर जबरन और अवैध कब्जा किया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान UN के मंच पर आतंकवाद के खिलाफ साझेदार होने का दिखावा करता है, जबकि वास्तविकता यह है कि पाकिस्तानी सेना और डीप स्टेट ने शुरू से ही ISIS और अल-कायदा को सुरक्षित आश्रय दिया है। मीर यार ने बालोच लोगों के खिलाफ युद्ध अपराधों का भी आरोप लगाया:
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बालोचों को झूठे मामलों में फंसाया जाता है।
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छात्र पढ़ाई से रोके जाते हैं।
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डॉक्टरों और वकीलों को निशाना बनाया जाता है, कई को कोर्ट से अगवा कर फर्जी मुठभेड़ में मार दिया जाता है।
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बच्चों और महिलाओं को शांतिपूर्ण रैलियों और प्रदर्शन में भाग लेने पर गोली मारी जाती है।
पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादी पाकिस्तान के ही लोग
मीर यार ने शहबाज के UNGA भाषण में भारत के हमलों का जिक्र करने पर कहा कि जिहादियों की प्रशंसा करना, जो ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए, यह साबित करता है कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकवादी पाकिस्तान के ही लोग थे। उन्होंने खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तान वायुसेना की एयरस्ट्राइक का भी जिक्र किया, जिसमें लगभग 30 लोग मारे गए।
बालोच नेता ने मांग की कि पाकिस्तान, जो भारत पर हमलों के लिए जिम्मेदार है, उसे अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि और आंतरिक अत्याचारों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।




