बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामला एक गांव से सामने आया है, जहां शनिवार को एक हिंदू परिवार को निशाना बनाते हुए उग्र भीड़ ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं। उपद्रवियों ने परिवार के सदस्यों को उनके ही घर के भीतर बंधक बना लिया और फिर घर के चारों तरफ आग लगा दी। इस अचानक हुए जानलेवा हमले से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया और चीख-पुकार मच गई।
सुनियोजित तरीके से बाहर से दरवाजे बंद कर लगाई गई आग, घर के अंदर फंसे लोगों की सांसे अटकीं
यह हमला पूरी तरह से एक सोची-समझी साजिश के तहत अंजाम दिया गया। भीड़ ने सबसे पहले घर से बाहर निकलने के सभी रास्तों को ब्लॉक किया और दरवाजे बाहर से बंद कर दिए, ताकि कोई भी अपनी जान बचाने के लिए भाग न सके। इसके बाद घर को आग के हवाले कर दिया गया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और लपटें तेजी से फैलने लगीं। घर के अंदर फंसा परिवार धुएं और आग के बीच जिंदगी और मौत से जूझने लगा। हालांकि, समय रहते स्थानीय लोगों की तत्परता और दमकल विभाग की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया और परिवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
वारदात से पहले भी मिल रही थीं धमकियां, सब कुछ जलकर खाक होने के बाद पुलिस ने शुरू की जांच
इस आगजनी में पीड़ित परिवार का आशियाना बुरी तरह से जलकर खाक हो गया है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि यह हमला अचानक नहीं हुआ, बल्कि उन्हें इसे लेकर पहले से ही धमकियां मिल रही थीं। परिवार लगातार दहशत के साये में जी रहा था। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हालांकि, प्रशासन द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है, लेकिन परिवार को हुए भारी नुकसान की भरपाई होना मुश्किल है।
मानवाधिकारों पर उठते सवाल और तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात
इस घटना ने एक बार फिर बांग्लादेश में हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे बेहद चिंताजनक बताया है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए जाएं और पीड़ितों को न्याय मिले। फिलहाल, इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए एहतियात के तौर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।




