भागलपुर से पटना जाने के लिए महत्वपूर्ण ट्रेन में शुमार 13401 इंटरसिटी एक्सप्रेस लोगों के लाइफ लाइन के जैसी है. सुबह 5:40 में खुलने वाली है ट्रेन 11:25 पर पटना और 12:35 पर दानापुर पहुंच तो जाती है लेकिन यह किसी काम के लायक लोगों को सफर के दौरान नहीं छोड़ती है.
231 किलोमीटर के सफर में 25 स्टॉपेज.
इस ट्रेन के सफर में 25 स्टॉपेज मिलते हैं. जिसके वजह से इस ट्रेन का कुल सफर का समय 6 घंटा 55 मिनट होता है. ट्रेन में सफर कर रहे लोग इन हर स्टॉपेज पर रुकते हुए एक महत्वपूर्ण शहर पटना पहुंचते हैं. कुल दूरी और लगने वाले समय की बात करें तो ट्रेन की औसत गति बिना विलंब हुए स्थिति में 33 किलोमीटर प्रति घंटे का है.
किसी काम का नहीं रहा जाता है फिर सफर.
इंटरसिटी कहने का मतलब अच्छा दोस्त शहरों के बीच बेहतरीन कनेक्टिविटी और सही समय पर पहुंचने को लेकर होता है. सुबह में 5:40 पर खुलने वाली है ट्रेन अगर डेढ़ घंटे पहले पहुंचे तो लोग अपने काम या नौकरी के सही समय पर पहुंच कर सकते हैं लेकिन 11:25 में पटना और 12:35 पर दानापुर पहुंचने के वजह से लोगों के समय का भरपूर इस्तेमाल राजधानी पहुंचकर भी नहीं हो पाता है और तो और काम के लिए लोगों को अगले दिन तक का इंतजार करना पड़ जाता है.
गति की बात करें तो या गति कुछ वैसे ही है जैसे 231 किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए टेंपो का इस्तेमाल किया जा रहा हो.
भागलपुर रूट पर चलेगी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन.
वैसे मैं इस खबर को नहीं दे रहा हूं क्योंकि इससे पहले भी भागलपुर रूट पर राजधानी एक्सप्रेस और शताब्दी तथा जन शताब्दी एक्सप्रेस जैसे ट्रेनों की खबरों को हवा दिया जा चुका है. धरातल पर आज तक कोई एक ऐसी ट्रेन नहीं आ पाई जिसकी औसत गति कम से कम 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक का हो और वह आसानी से 4 घंटे में भागलपुर से पटना का सफर तय कर सकें.
अब यह खबर उड़ाई जा रही है कि भागलपुर से पटना आने जाने के लिए लोग मालदा डिवीजन में चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस वैकल्पिक गाड़ी बन सकती है हालांकि इसके पूरे रूट परिचालन और समय सारणी को सार्वजनिक नहीं किया गया है अतः इसे कोरी बकवास ही मानी जानी चाहिए.