2 से 7 जुलाई के बीच यूएई और भारत के फ्लाइट्स टिकट की कीमत Dh2,500-Dh3,000 के बीच पहुंच गई। लेकिन 8 जुलाई के बाद दोनों देशों के बीच फ्लाइट्स टिकट की कीमत में बड़ी गिरावट होने वाली है। हवाई किराए में Dh1,450-Dh1,600 तक की गिरावट देखने को मिल रही है जो ऐसे मौसम में बहुत कम ही देखने को मिलता है।
मुंबई (Dh1,161), बेंगलुरु (Dh1,604) और तिरुवनंतपुरम (Dh1,565) जैसे अत्यधिक व्यस्त रूट्स पर भी किराए में बड़ी गिरावट आई है। जुलाई-अगस्त 2024 के दौरान इन्हीं रूट्स के लिए औसत किराया मुंबई के लिए Dh1,800 और बेंगलुरु के लिए Dh2,700 रहा था, जिससे अंतिम क्षणों की बुकिंग करना कई यात्रियों के लिए मुश्किल हो गया था।
स्मार्ट ट्रैवल्स के चेयरमैन अफी अहमद ने कहा “अब से 7 जुलाई तक भारत की ओर जाने वाले किराए काफी ऊंचे हैं, खासकर टियर-2 शहरों के लिए। कोच्चि और कोझिकोड के लिए तो फ्लाइट्स में सीट ही नहीं मिल रही। लेकिन हैरानी की बात यह है कि 8 जुलाई के बाद किराए 2021-2022 की गर्मियों के स्तर तक गिर गए हैं, जब कोविड के चलते यात्रियों का आत्मविश्वास सबसे नीचे था।” अहमद के अनुसार, पिछली बार इस तरह के किराए सिर्फ महामारी के बाद देखने को मिले थे, जब यात्रा पर विश्वास कमजोर था और कई प्रतिबंध लागू थे।
अहमद का कहना है कि पिछले साल, जुलाई के मध्य से अगस्त के अंत तक रिटर्न एयरफेयर Dh3,000 तक पहुंच गए थे। गर्मियों के महीनों में यात्रा की मांग बेहद ज़्यादा थी — जैसे उसे संतुष्ट ही नहीं किया जा सकता था। लेकिन इस साल वैसी स्थिति नहीं दिख रही है।
दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (DXB) से 2 जुलाई को भारत के विभिन्न शहरों के लिए उड़ानों के किराए में तेज़ी देखी गई है। बेंगलुरु के लिए किराया Dh2,105, जबकि तिरुवनंतपुरम के लिए Dh2,205 तक पहुंच गया।
मैंगलोर, लखनऊ, वाराणसी और कोझिकोड जैसे छोटे शहरों — जिन पर मुख्यतः बजट एयरलाइंस सेवाएं देती हैं — के लिए Dh2,500 से Dh3,000 तक के ऊंचे किराए दर्ज किए गए। यहां तक कि बेंगलुरु ( Dh1,622) और मुंबई ( Dh1,248) जैसे मेट्रो शहरों के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट्स भी महंगी साबित हो रही हैं।
8 जुलाई के बाद किराए में भारी गिरावट:
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तिरुवनंतपुरम: Dh1,565
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मुंबई: Dh1,161
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चेन्नई: Dh1,809
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नई दिल्ली: Dh1,163
फ्लाइट्स की संख्या बढ़ने से किराए में स्थिरता
यूएई और भारत के बीच फ्लाइट्स की संख्या में वृद्धि भी हवाई किराए में आई नरमी का एक महत्वपूर्ण कारण है। विशेष रूप से बजट एयरलाइंस जैसे IndiGo और Akasa ने नई उड़ानों की शुरुआत की है और कई रूट्स पर फ्लाइट फ्रिक्वेंसी बढ़ाई है, खासकर अबू धाबी से। इससे यात्रियों को अधिक विकल्प मिलने लगे हैं और किराए में स्थिरता बनी हुई है। हालांकि यात्रियों को अभी भी सलाह दी जाती है कि वे जितनी जल्दी हो सके टिकट बुक कर लें, ताकि वे सबसे किफायती किराए सुनिश्चित कर सकें। क्योंकि मांग और सीटों की उपलब्धता के आधार पर कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।




