बिहार में अब पांच नए एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा। वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे को मंजूरी मिलने के बाद, नया ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे बिहार में लगभग 159 किमी की दूरी तय करेगा।
मुख्य एक्सप्रेसवे और उनके रूट
- औरंगाबाद-जयनगर एक्सप्रेसवे: यह 271 किमी लंबी होगी और गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी सहित आठ जिलों से होकर गुजरेगी।
- रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे: यह 695 किमी लंबा होगा और बिहार के नौ जिलों से होकर गुजरेगा।
- बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे: यह 350 किमी लंबा होगा और बक्सर, भागलपुर और पटना को जोड़ेगा।
- गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे: यह बिहार के 10 जिलों में रूट किया गया है।
- पटना-कोलकाता एक्सप्रेसवे: यह बिहार के 5 जिलों को कवर करेगा।
महत्वपूर्ण जानकारी की सारणी
एक्सप्रेसवे | लंबाई | मुख्य जिले |
---|---|---|
औरंगाबाद-जयनगर | 271 किमी | गया, औरंगाबाद, जहानाबाद |
रक्सौल-हल्दिया | 695 किमी | पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण |
बक्सर-भागलपुर | 350 किमी | बक्सर, भागलपुर, पटना |
गोरखपुर-सिलीगुड़ी | – | गोपालगंज, सीवान, छपरा |
पटना-कोलकाता | – | पटना, नालंदा, शेखपुरा |
अगर ये पांच एक्सप्रेसवे पूरे हो गये तो बिहार के सभी जिले इसकी चपेट में आ जायेंगे. बता दें कि औरंगाबाद और जयनगर के बीच पहले एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का काम पहले ही पूरा हो चुका है और टेंडर के बाद जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.
यह सड़क पटना, गया और दरभंगा हवाई अड्डों को सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह कच्ची दरगाह और बिदुपुर के बीच निर्माणाधीन पुल से होकर वैशाली में प्रवेश करेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुल को ताजपुर से जोड़ने को कहा है.
इससे इसकी उपयोगिता बढ़ जायेगी. यह सड़क वैशाली से शुरू होगी, समस्तीपुर और दरभंगा से गुजरते हुए नेपाल सीमा तक जाएगी और जयनगर में समाप्त होगी। चार लेन की सड़क गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी सहित आठ जिलों से होकर गुजरेगी।