कनाडा सरकार ने छात्र वीजा की संख्या में 35 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की है। इस कदम से भारतीय छात्रों सहित अंतर्राष्ट्रीय छात्रों पर बड़ा असर पड़ेगा।
2024 के लिए लक्ष्य
संघीय सरकार का लक्ष्य 2024 में तीन लाख 60 हजार स्नातक अध्ययन परमिट को मंजूरी देना है, जो 2023 की संख्या से 35 प्रतिशत कम है। विशेष रूप से, भारतीय छात्र इससे प्रभावित होंगे क्योंकि वे कनाडा में सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय छात्र समूह हैं।
भारतीय छात्रों की संख्या
2023 में तीन लाख से अधिक भारतीय छात्र कनाडा गए थे। नई नीति के तहत, प्रांतों और क्षेत्रों को जनसंख्या के आधार पर कुल परमिट का एक हिस्सा आवंटित किया जाएगा।
परमिट की सीमा और पुनर्मूल्यांकन
प्रत्येक क्षेत्र अब विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में परमिट कैसे वितरित किए जाएंगे, यह तय करेगा। यह सीमा दो साल के लिए लागू रहेगी, और 2025 में वीजा की संख्या का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा।
अस्वीकार्य व्यवहार पर जोर
आप्रवासन मंत्री मार्क मिलर ने कुछ निजी संस्थानों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का लाभ उठाने, कम संसाधन वाले परिसरों का संचालन करने और उच्च ट्यूशन फीस वसूलने पर चिंता जताई है।