भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल कतर की राजधानी दोहा में भारत-कतर संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए पहुंचे। इस बैठक के दौरान उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर समृद्ध भारत (Viksit Bharat 2047) के विज़न को शेयर किया।
भारतीय प्रवासी समुदाय को किया संबोधित
दोहा में आयोजित इस बैठक में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय प्रवासी समुदाय को संबोधित किया। उन्होंने भारत-कतर संबंध को मजबूत करने के लिए भारतीय प्रवासी समुदायों के योगदान की सराहना की। साथ ही भारतीयों से अपील करते हुए कहा कि वो व्यापार और सांस्कृतिक सहयोग के नए रास्ते तलाशें और दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाएं।
पीयूष गोयल ने अपने ऑफिशियल प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “दोहा में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उनके अमूल्य योगदान की सराहना की। पीएम @NarendraModi जी के आत्मनिर्भर और समृद्ध भारत के विज़न पर चर्चा की जो विकसित भारत 2047 की यात्रा का आधार है। साथ ही, भारतीय समुदाय से गहरे सहयोग और मजबूत कारोबारी-सांस्कृतिक संबंधों के लिए नए अवसर तलाशने का आग्रह किया।”
कतर में रहने वाले भारतीयों का एक एकीकृत (integrated) ऑनलाइन डेटाबेस बनाने का दिया सुझाव
इस दौरान पीयूष गोयल ने कतर में रहने वाले भारतीयों का एक एकीकृत ऑनलाइन डेटाबेस बनाने का सुझाव दिया। ऐसा करने से भारतीयों समुदाय के साथ बेहतर संपर्क हो सकेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कतर में रहने वाले भारतीयों का कोई एकीकृत डेटाबेस नहीं है। यह किसी दबाव में नहीं बल्कि एक जुड़ाव की भावना से जरूरी है। अच्छे या बुरे वक्त में, एक-दूसरे से संपर्क में रहना हमेशा फायदेमंद होता है। हम एक साधारण ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन बना सकते हैं, जिसमें कोई गोपनीय जानकारी नहीं होगी केवल इतना कि जरूरत पड़ने पर हम एक-दूसरे से जुड़ सकें।”
श्री गोयल ने कहा, कतर में 100 से अधिक भारतीय संगठन सक्रिय हैं और हर भारतीय को इनमें से किसी न किसी संगठन से जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
एक पेड़ मां के नाम का हिस्सा
दोहा में स्थित भारतीय दूतावास में पीयूष गोयल ने पौधारोपण भी किया जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के एक पेड़ मां के नाम अभियान का हिस्सा है। इस दौरान उन्होंने महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए श्रद्धाजंलि भी दी।
भारत और कतर के बीच व्यापार 14 अरब डॉलर से अधिक
श्री गोयल ने कतर के अपने समकक्ष शेख फैसल बिन थानी बिन फैसल अल थानी से भी मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों देशों के नेताओं ने प्रस्तावित भारत-कतर मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर चर्चा की और Comprehensive Economic Partnership Agreement (CEPA) के लिए Terms of Reference (ToR) को अंतिम रूप देने पर काम किया। इस बैठक में दोनों देशों के बीच व्यापारिक प्रदर्शन की समीक्षा, व्यापार बाधाओं को दूर करने और निवेश व व्यापार प्रवाह बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
बता दें कि वित्त वर्ष 2024-25 में भारत और कतर के बीच व्यापार 14 अरब डॉलर से अधिक का रहा, जो दोनों देशों के बीच विकास और साझेदारी की बड़ी संभावनाओं को दर्शाता है।




