दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार की ओर से सेना को धन्यवाद दिया है। उन्होंने ट्विटर पर यह जानकारी साझा की कि देर रात तक लगातार 20 घंटे मेहनत के बाद आईटीओ ब्रिज बैराज का पहला गेट खुल दिया गया है। इस काम में सेना के इंजीनियर रेजिमेंट और गोताखोर टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने नेवी की टीम भी शुक्रिया कहा है जो इसे खोलने में मदद कर रही है। इस उपलब्धि के बाद अब शीघ्र ही बाकी के पांच गेट खोल दिए जाएंगे।
बैराज गेटों की खुलने की कोशिश
यमुना नदी के पानी को तेजी से ओखला बैराज से निकालने के लिए आईटीओ ब्रिज बैराज के पांच बंद गेटों को खोलने की कोशिश की जा रही है। अभी तक एक ही गेट खोला गया है और इससे पानी का निकासी शुरू हो गया है। गेट खोलने की कार्यवाही में सेना के इंजीनियर रेजिमेंट और नेवी की टीम साथ मिलकर काम कर रही है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार, जल्द ही बाकी के गेट भी खुल जाएंगे। जिससे यमुना के पानी का निकासी बेहतर तरीके से हो सकेगा।
आईटीओ ब्रिज बैराज के गेटों का महत्व
आईटीओ ब्रिज बैराज के पांच गेट हैं, जो हरियाणा सरकार के द्वारा संचालित किए जाते हैं। इनमें से पांच गेट बंद हैं, जिसके कारण यमुना का पानी दिल्ली से बाहर निकल नहीं पा रहा है। दिल्ली सरकार ने हरियाणा सरकार को बार-बार अपील की है कि इन गेटों को खोलकर यमुना के जल का प्रबंधन दिल्ली सरकार को सौंपें। इससे पहले भी कई बार यह मांग की गई है, लेकिन अब इस मुद्दे पर वापस बातचीत की जाएगी।
गाद की समस्या और समाधान
गाद जमा होने के कारण गेटों में जाम हो गया था। यमुना का जलस्तर अधिक होने के कारण इस काम में कठिनाईयां थीं। लेकिन इसमें गाद को हटाने के लिए कोंडली प्लांट से कंप्रेसर मंगाया गया है। अगर इससे भी गेट नहीं खुलते हैं तो सभी गेट को काटकर अलग कर दिया जाएगा। यह काम शुक्रवार शाम तक नहीं हो सका, और जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।