दिल्ली में बढ़ते ट्रैफिक और यात्रा के समय को कम करने के लिए सरकार कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS), जिसे ‘नमो भारत’ ट्रेन कहा जाता है, इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। यह प्रोजेक्ट दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ के बीच हाई-स्पीड ट्रांसपोर्ट सुविधा देगा और 82 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर को जून 2025 तक पूरा करने की योजना है।
RRTS की मुख्य विशेषताएँ
| विवरण | जानकारी |
|---|---|
| कुल लंबाई | 82.15 किलोमीटर |
| मार्ग | जंगपुरा (दिल्ली) से मोदीपुरम (मेरठ) तक |
| अधिकतम गति | 180 किमी/घंटा |
| औसत गति | 100 किमी/घंटा |
| यात्रा समय | दिल्ली से मेरठ मात्र 1 घंटे से भी कम |
| स्टेशन संख्या | कुल 25 (11 स्टेशन चालू) |
| परियोजना लागत | ₹30,274 करोड़ |
| तकनीकी विशेषता | मेक इन इंडिया के तहत निर्मित ट्रेनसेट |
अब तक का सफर: महत्वपूर्ण माइलस्टोन
- 7 मई 2022 – गुजरात के सावली स्थित एल्सटॉम फैक्ट्री से पहला ट्रेनसेट NCRTC को सौंपा गया।
- 11 मई 2022 – यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेरठ में निर्माण कार्य का निरीक्षण किया।
- 20 अक्टूबर 2023 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साहिबाबाद से दुहाई डिपो (17 किमी सेक्शन) का उद्घाटन किया।
- 6 मार्च 2024 – दुहाई से मोदीनगर नॉर्थ (17 किमी सेक्शन) की शुरुआत।
- 18 अगस्त 2024 – मेरठ साउथ नमो भारत स्टेशन तक ट्रेन सेवा शुरू।
- 5 जनवरी 2025 – पीएम मोदी ने साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर (13 किमी सेक्शन) का उद्घाटन किया।
मौजूदा स्थिति और आगे की योजना
- 11 स्टेशन पहले से ही चालू हैं – दिल्ली (2), गाजियाबाद (8), मेरठ (1)।
- दिल्ली से मेरठ तक की यात्रा मात्र 55 मिनट में हो रही है।
- जून 2025 तक पूरा 82 किलोमीटर लंबा RRTS ट्रैक पूरी तरह चालू हो जाएगा।




