लगभग डेढ़ दशक के बाद आगामी अप्रैल माह से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने का काम शुरू होने जा रहा है। इसको देखते हुए रेलवे बोर्ड ने यात्री ट्रेन के परिचालन और रोड प्लान तैयार किया है। इसमें 100 से अधिक यात्री ट्रेनों को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से नहीं चलाया जाएगा। देश के विभिन्न हिस्सों से राजधानी आने वाली ट्रेनों को दिल्ली और एनसीआर के पृथक स्टेशनों से चलाया जाएगा।

रेलवे बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्लान के अनुसार प्रथम चरण में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या एक से पांच के बीच निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।

इसके पश्चात दूसरे चरण में प्लेटफार्म संख्या छह से नौ और 10 से 16 नंबर प्लेटफार्म का काम शुरू किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 300 यात्री ट्रेनों का परिचालन होता है। प्रथम चरण में निर्माण कार्य शुरू होने 60 से 100 ट्रेन प्रभावित होंगी। इसके कारण नई दिल्ली रेवले स्टेशन पर आने वाले यात्रियों पर काफी प्रभाव देखने को मिलेगा। नई दिल्ली स्टेशन से प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग सफर करते हैं। ऐसे में रेल बंद होने से सीधा प्रभाव लोगों पर पड़ने वाला है।

नई दिल्ली से

प्रीमियम ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस, दुरंतो एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस आदि ट्रेनों के परिचालन पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। इन प्रीमियम ट्रेनों को प्लेटफॉर्म नंबर छह से 16 के बीच चलाया जाएगा।

पुरानी दिल्ली से

रेलवे की मेल, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, इंटरसिटी, पैसेंजर ट्रेनों को मुख्यत पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से चलाया जाएगा। इसके अलावा कुछ ट्रेनों को गाजियाबाद, फरीदाबाद, शकूरबस्ती, तिलक ब्रिज, सफदरजंग, सब्जी मंडी, बिजवासन, दिल्ली कैंट आदि रेलवे स्टेशनों से चलाया जाएगा।

सड़कें चौड़ी होंगी

रेलवे ने उक्त छोटे स्टेशनों पर सड़कों को चौड़ा करने व डायवर्जन का प्लान भी तैयार किया है, जिससे पीक समय यात्रियों को जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके अलावा टिकट काउंटर, पार्किंग, वेटिंग हॉल, बेंच, पंखे, वाटर कूलर खाने के स्टॉल आदि का इंतजाम किया जाएगा।

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