देश के पूर्वोत्तर राज्यों के सारे राजधानियों को जोड़ने का एक बड़ा प्रोजेक्ट चलाया जा रहा था और जिसके मदद से नॉर्थ ईस्ट के सारे राज्यों की राजधानियां एक साथ जुड़ सकती थी. इस जोड़ने वाले पुल के काम के दौरान देश में एक बड़ा हादसा हो गया है जिसके वजह से कम से कम 26 से ज्यादा श्रमिक मौके पर दम तोड़ चुके हैं.
इस पूरे मामले के जानकारी के बाद देश के राष्ट्रपति के साथ-साथ प्रधानमंत्री ने भी शोक व्यक्त किया है. हमारी इसलिए इसमें जानिए कि यह पूरा घटनाक्रम कैसे घटित हुआ.
मिजोरम की कुरुंग नदी पर रेलवे पुल निर्माण के दौरान एक भीषण हादसा हुआ, जिसमें 26 श्रमिक मौके पर ही मर गए।
हादसे का कारण: श्रमिक निर्माणाधीन रेलवे पुल पर गार्डर रख रहे थे। अचानक गार्डर का संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिर पड़ा। इस अचानक हादसे में 26 श्रमिक गार्डर के नीचे दब गए।
प्रतिक्रिया और बचाव कार्य: सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, राज्य प्रशासन, और रेलवे अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों की मदद से दबे श्रमिकों को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया।
पूर्वोत्तर की सभी राजधानियों को जोड़ने का प्रोजेक्ट: भैरवी-सैरांग रेलवे प्रोजेक्ट पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्यों की राजधानियों को जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है।
प्रोजेक्ट का नाम | लंबाई | अनुमानित लागत | निर्माण में ब्रिज और सुरंग |
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भैरवी-सैरांग रेलवे प्रोजेक्ट | 51.38 किमी | 8,605 करोड़ रुपये | 55 बड़े और 87 माइनर ब्रिज, 12,639.20 मीटर सुरंग |
राष्ट्रीय प्रतिक्रिया: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे की घातक घटना पर दुख और संवेदना व्यक्त की।
जांच और अन्य जानकारी: आईआईटी गुवाहाटी ने गार्डर की जांच की थी। इस प्रोजेक्ट में पहले से ही विभिन्न चुनौतियों का सामना किया जा रहा था, लेकिन इस घातक हादसे ने सभी को चौंका दिया।