संयुक्त अरब अमीरात में एक्सपो 2020 दुबई कंस्ट्रक्शन साइट पर एक तकनीकी कारण से वेल्डिंग के दौरान आग लग गई थी. लेकिन कामगार और साइट पर काम करने वाले इंजीनियर ने दुबई के पुलिस को गुमराह किया और इन्वेस्टिगेशन एजेंसी को भी गलत जानकारी दी और वह अपने साथियों को गलत जानकारी देने के लिए प्रेरित भी किया. अब मामले की इन्वेस्टीगेशन पूरी हो चुकी है और दुबई पुलिस ने इसके ऊपर सख्त आदेश जारी किया है.
फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशन एक्सपर्ट और क्रिमिनल मामलों के एक्सपायर्ड दुबई पुलिस के सीआईडी डिपार्टमेंट के साथ मिलकर 12 वैज्ञानिक प्रयोग किए और उन्होंने पता लगा लिया कि यह आग का कारण कोई और नहीं बल्कि मौके पर काम कर रहे कामदार और इंजीनियर हैं.
जब पहले पूछताछ हुई थी तब कामगार और इंजीनियर ने कहा था कि उस वक्त कोई वेल्डिंग का कार्य नहीं चल रहा था लेकिन इन्वेस्टिगेशन में पता लग गया कि मौके पर वेल्डिंग का काम चल रहा था जिसके वजह से पाइप के अंदर का तापमान 350 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया और आग लग गई.
इंजीनियर ने सारे कामगारों को कहा कि इस मामले की चर्चा किसी से ना करें
जब तकनीकी खामी आई तो वेल्डिंग कर रहे कामगार ने काम करना बंद कर दिया और उसने अपने सारे औजार को औजार घर में ले जाकर ऐसे ही रख दिया जिसके बाद वेल्डिंग कर रहे auजार में आग लग गई और 5 मिनट के अंदर ही साइट पर से सारे लोगों को निकाला जाने लगा. इंजीनियर ने अपनी गलती को छुपाने के लिए कामगार को कहा कि वह किसी को भी ना बताएं कि क्या हुआ था.
जांच में यह भी पता चला कि कई प्रकार के मैसेज कामगारों के बीच में भेजे गए थे जिसमें कहा गया था कि वह अपने उपस्थिति को ना बताएं जिस दिन आग लगी थी. लेकिन जब दुबई पुलिस ने अपने fact के साथ कामगारों और इंजीनियरों से पूछा तो मामले की परिस्थिति को इन लोगों ने कबूल कर लिया.
अब पुलिस को बरगलाने और झूठ जानकारी प्रस्तुत करने के कारण सम्मिलित कामगारों और इंजीनियर को नौकरी से निकालने और उनके ऊपर जुर्माना लगाने के साथ-साथ अरब अमीरात के कानून के अनुसार प्रस्तावित सजा लाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.GulfHindi.com