UAE में बढ़ते ट्रैफिक और लंबे सफ़र के कारण कई कर्मचारी अपने घर और कार्यस्थल की लोकेशन बदल रहे हैं ताकि वर्क-लाइफ बैलेंस बेहतर बना सकें। उदाहरण के तौर पर शारजाह निवासी थमजिद मोहम्मद सिधिक ने अपने रोज़ाना के लंबे सफ़र से बचने और परिवार व स्वास्थ्य को समय देने के लिए अल वार्का में शिफ्ट किया। हालांकि इसके चलते उनका किराया दोगुने से भी ज्यादा हो गया, लेकिन समय की बचत और तनाव से राहत उनके लिए बड़ी प्राथमिकता थी।
रिक्रूटमेंट और रियल एस्टेट विशेषज्ञों का कहना है कि दुबई और अबू धाबी जैसे शहरों में यह ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है। कर्मचारी अब घर चुनते समय यात्रा समय और लोकेशन को सबसे अहम मान रहे हैं। ट्रैफिक जाम बढ़ने के चलते कई लोग अपने ऑफिस और बच्चों के स्कूलों के पास रहना पसंद कर रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, अबू धाबी की बेहतरीन सड़क और परिवहन अवसंरचना इसे और आकर्षक बनाती है। यहां ऑफिस के पास रहना केवल सफ़र घटाने का तरीका नहीं बल्कि जीवनशैली को अपग्रेड करने का विकल्प भी है। अल रीम आइलैंड, यास आइलैंड और सादीयात जैसे इलाके न केवल कार्यस्थल के पास हैं बल्कि उच्च-स्तरीय सुविधाओं, स्कूलों और मनोरंजन विकल्पों से भी लैस हैं।
UAE में रहने वाले लोग अब समय और जीवन की गुणवत्ता को प्राथमिकता देते हुए ऐसे घर चुन रहे हैं, जिससे उनका रोज़मर्रा का जीवन अधिक संतुलित और सुखद हो सके।



