पिछले कुछ महीनों में भारतीय शेयर बाजार में जो कमजोरी देखने को मिली थी, उसका बड़ा कारण विदेशी निवेशकों (FIIs) की बिकवाली रही है। खासकर वित्तीय सेवाओं से जुड़े स्टॉक्स में गिरावट आई थी। लेकिन अब समय बदलता नजर आ रहा है।
बीते हफ्ते (21 मार्च को खत्म हुए सप्ताह में), FIIs ने पहली बार इस साल भारतीय बाजार में शुद्ध खरीदारी की है। ये एक बड़ा संकेत है कि विदेश से पैसा दोबारा भारतीय बाजार में आना शुरू हो चुका है।
लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि वे किस सेक्टर में निवेश कर रहे हैं? जवाब साफ है — वित्तीय सेवाएं और बैंकिंग सेक्टर।
क्यों आकर्षक है ये सेक्टर?
पहला कारण है भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती। जब देश की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ती है, तो सबसे पहले बैंक, NBFC और वित्तीय संस्थानों को फायदा मिलता है। क्योंकि व्यापार बढ़ता है, कर्ज की मांग बढ़ती है, और बैंकिंग लेनदेन भी बढ़ता है।
दूसरा कारण है RBI का सफाई अभियान। बीते कुछ सालों में RBI ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों पर सख्त निगरानी रखी है। खराब कर्ज (NPA) घटे हैं, बैलेंस शीट मजबूत हुई है, और कंपनियां अब साफ-सुथरे ढंग से चल रही हैं।
तीसरा कारण है सस्ते वैल्यूएशन। कई अच्छे स्टॉक्स FIIs की बिकवाली के चलते गिर गए थे। लेकिन कंपनियों की बुनियादी ताकत (fundamentals) अच्छी है। अब जब विदेश से पैसा वापस आ रहा है, तो ये स्टॉक्स सबसे पहले उठेंगे।
बाजार में दिख रही हलचल:
बीते दिनों हमने देखा कि बड़े प्राइवेट बैंक जैसे HDFC बैंक और ICICI बैंक ने अच्छा प्रदर्शन किया है। वहीं NBFC कंपनियां जैसे बजाज फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस और मुथूट फाइनेंस ने भी तेजी दिखाई है।
कुछ कंपनियों ने तो हाल ही में 52 हफ्ते का ऊपरी स्तर (52-week high) भी छू लिया है। यह इशारा है कि इन कंपनियों में बड़ी डील्स हो रही हैं और विदेशी निवेशक वापस इन पर दांव लगा रहे हैं।
अब कौन-कौन से स्टॉक्स रखें अपनी वॉचलिस्ट में?
नीचे दिए गए हैं वो टॉप स्टॉक्स जिनमें अगले 12 महीनों में सबसे ज्यादा तेजी की संभावना है:
कंपनी का नाम | तेजी की संभावना | पिछले 1 साल का रिटर्न | क्यों है खास? |
---|---|---|---|
REC लिमिटेड | 62% | -3.4% | सरकार द्वारा समर्थित, इंफ्रास्ट्रक्चर फंडिंग में मजबूत |
पावर फाइनेंस कॉर्प | 55% | 8.6% | ऊर्जा क्षेत्र का बड़ा फाइनेंसर, लगातार मुनाफे में |
HDFC बैंक | 42% | 24.8% | देश का नंबर 1 प्राइवेट बैंक, भरोसे का दूसरा नाम |
ICICI बैंक | 24% | 24.6% | तेजी से बढ़ती बैंक, रिटेल और कॉर्पोरेट दोनों में मजबूत पकड़ |
बजाज फाइनेंस | 21% | 34.5% | कंज्यूमर लोन और EMI का किंग, ग्रोथ स्टोरी कायम |
मुथूट फाइनेंस | 19% | 65.2% | गोल्ड लोन में सबसे बड़ा नाम, रूरल इंडिया में पकड़ |
श्रीराम फाइनेंस | 19% | 46.3% | कम शोर, ज्यादा दम, स्मॉल बिजनेस को फाइनेंस करता है |
बजाज फिनसर्व | 11% | 19.3% | होल्डिंग कंपनी, बजाज ग्रुप का ताकतवर हिस्सा |
कोटक महिंद्रा बैंक | 9% | 22.5% | प्रीमियम बैंक, धीरे पर स्थिर ग्रोथ देने वाला |