कुवैत के गृह मंत्रालय ने बताया कि पांच एशियाई प्रवासियों को रेजिडेंसी वीज़ा की अवैध खरीद–फरोख्त करने वाले गिरोह में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
सरकारी समाचार एजेंसी क़ुना (KUNA) के अनुसार, मंत्रालय के रेजिडेंसी विभाग ने छापेमारी कर इन्हें पकड़ा। जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी, जो एक एशियाई नागरिक है, एक कंपनी के वीज़ा पर पंजीकृत था लेकिन कई अलग-अलग कंपनियों के लिए प्रतिनिधि के तौर पर काम करता था। उस पर वर्क वीज़ा बेचने का आरोप है, जो कुवैती कानून के खिलाफ है।
अधिकारियों का कहना है कि वह 19 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता था और 9 कंपनियों को एजेंसी कॉन्ट्रैक्ट के तहत खुद चलाता था, जिनमें कुल 150 कर्मचारी पंजीकृत थे। बाकी आरोपियों ने माना कि उन्होंने 350 से 900 कुवैती दीनार देकर अपना वीज़ा रिन्यू या ट्रांसफर करवाया, जबकि वे वास्तव में उन कंपनियों में काम नहीं करते थे।
मुख्य आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने पब्लिक अथॉरिटी फॉर मैनपावर और गृह मंत्रालय की लॉगिन आईडी का इस्तेमाल करके ये सारे लेन-देन खुद किए, और जिन कंपनियों के नाम पर वीज़ा जारी हुए, उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं थी।
गृह मंत्रालय ने कहा कि सभी को कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया है और वीज़ा धोखाधड़ी के मामलों को पकड़ने के लिए संयुक्त निरीक्षण जारी रहेंगे। मंत्रालय ने चेतावनी दी कि ऐसे उल्लंघनों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।




