बैस्टील डे (Bastille Day) समारोह में फ्रांस के राजदूत एरिक गिरो-टेल्मे (Eric Giraud-Telme) ने भाषण देते हुए फ्रांस-बहरीन संबंधों की मजबूती को रेखांकित किया। उन्होंने साझा मूल्यों, आपसी सम्मान और वैश्विक शांति के लिए प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
बहरीन के राजा हिज मैजेस्टी किंग हमद बिन ईसा अल खलीफा की पेरिस यात्रा को बीते वर्ष का सबसे प्रतीकात्मक क्षण बताया गया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और बहरीन के नेतृत्व के बीच ऊर्जा, रक्षा, बुनियादी ढांचा और परिवहन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा हुई। राजदूत गिरो-टेल्मे ने बहरीन में फ्रांसीसी भाषा और संस्कृति के प्रचार को लेकर खास ज़ोर दिया। उन्होंने संस्कृति को “राष्ट्रों के बीच सेतु” बताते हुए शिक्षा, सिनेमा, फैशन और व्यावसायिक प्रशिक्षण जैसे क्षेत्रों में सहयोग की पहलें गिनाईं।
वैश्विक मुद्दों पर फ्रांस का रुख
फ्रांसीसी राजदूत एरिक गिरो-टेल्मे ने अपने भाषण में वैश्विक मसलों पर फ्रांस की स्पष्ट नीति को दोहराया गाज़ा में तत्काल युद्धविराम, बंधकों की रिहाई, मानवाधिकारों तक मानवीय पहुंच सुनिश्चित करने की अपील साथ ही, रूस के हस्तक्षेप के खिलाफ यूक्रेन के समर्थन में भी फ्रांस की प्रतिबद्धता जताई गई। उन्होंने कहा कि फ्रांस अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप काम कर रहा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बहरीन का स्वागत
राजदूत ने बहरीन को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में हालिया चुने जाने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि फ्रांस को जनवरी 2026 से बहरीन के साथ मिलकर काम करने की उम्मीद है। हम अंतरराष्ट्रीय शांति, कूटनीति और विकास पर कई सामान्य दृष्टिकोण साझा करते हैं।
बैस्टील डे: सिर्फ कूटनीति नहीं, संस्कृति का उत्सव
समारोह केवल औपचारिक नहीं, बल्कि फ्रांसीसी संस्कृति और मैत्री का उत्सव भी था। मेहमानों को फ्रांसीसी भोजन, संगीत, और एक कलात्मक प्रस्तुति दिखाई गई जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तत्व भी शामिल थे।




