सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (CBI) ने गुरुवार को बताया कि 2011 के बैंक धोखाधड़ी मामले में वांछित आरोपी मुनव्वर खान को कुवैत से भारत वापस लाया गया है। कुवैत पुलिस की टीम की निगरानी में मुनव्वर खान हैदराबाद एयरपोर्ट पर उतरा, जहाँ से उसे सीबीआई की स्पेशल टास्क ब्रांच, चेन्नई ने हिरासत में ले लिया। इस प्रत्यर्पण अभियान का समन्वय सीबीआई ने विदेश मंत्रालय और कुवैत की नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के सहयोग से किया।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया, “मुनव्वर खान जालसाजी और धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई का वांछित आरोपी है। वह आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े से जुड़े मामले में फरार था। खान ने अन्य लोगों के साथ मिलकर बैंक ऑफ बड़ौदा को ठगा था और उसके बाद कुवैत भाग गया था। उसे प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर घोषित किया गया था।” फरवरी 2022 में उसके खिलाफ इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था, जिसके आधार पर कुवैत में उसकी गिरफ्तारी हुई और भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ़ हुआ।
मुनव्वर खान पिछले नौ दिनों में विदेश से लाया गया तीसरा भगोड़े अपराधी है। इससे पहले 6 सितंबर को UAE से आर्थिक अपराधी हर्षित बाबूलाल जैन और 3 सितंबर को कंबोडिया से हरियाणा पुलिस का वांछित गैंगस्टर मैनपाल बादली भारत लाया गया था।
सीबीआई के मुताबिक, आने वाले दिनों में दो और भगोड़ों को भारत लाने की उम्मीद है। पिछले कुछ वर्षों में इंटरपोल चैनलों के जरिए 130 से अधिक अपराधियों को भारत वापस लाया गया है।




