New price for flour and wheat. देशभर में खुदरा महंगाई को कम करने के लिए रोज नए कदम उठाए जा रहे हैं और इसी क्रम में आम लोगों के थाली में उपलब्ध होने वाला गेहूं और आटा इन दोनों को सस्ता करने के लिए नए MRP लाए गए हैं ताकि लोगों के थाली में रोटियां बनी रहे. आपको बताते चलें कि जनवरी महीने में महंगाई दर 6.52% रही है जो कि दिसंबर में महज 5.72% थी.
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के तरफ से महंगाई को काबू करने के लिए रेपो रेट पढ़ाई गए लेकिन खुदरा महंगाई दर ऊपर बहुत ज्यादा लगाम नहीं लगाया जा सका जिसके वजह से अब अलग-अलग फैसले लिए जा रहे हैं.
गिनती में थोक भाव में ₹3000 प्रति क्विंटल के जगह ₹2500 प्रति क्विंटल पर बिक्री शुरू कर दी गई है वही आटा की बात करें तो ₹30 प्रति किलोग्राम से घटकर 21 रुपए प्रति किलोग्राम बल्क में कर दिया गया है जिसके वजह से अब आटे की कीमत लगभग ₹22 प्रति किलोग्राम से लेकर ₹25 किलोग्राम मुक्त बाजार में बिक रहा है.
दाल के आयात शुल्क में भी सरकार ने भारी कटौती की है और जल्द ही आने वाले दिनों में अलग-अलग दालों के दामों में कमी देखने को मिलेगी. रिकॉर्ड दाम पर तेल की कीमत उछलने के उपरांत सरकार ने पिछले 1 साल से खाद्य तेल के आयात शुल्क पर भी छूट दे रखा है जिसके वजह से तेल के दाम अब तक कंट्रोल में है.
पेट्रोल, डीज़ल, गैस सबको GST के भीतर लेने के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का ऐलान.