नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) संकट में फंसी एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट को उड़ानों की फिर अनुमति देने से पहले उसकी तैयारियों का ‘ऑडिट’ करेगा। गो फर्स्ट द्वारा अपने कर्मचारियों को भेजी गई सूचना में यह जानकारी दी गई है।
नकदी संकट से जूझ रही गो फर्स्ट की उड़ानें तीन मई से बंद हैं। फिलहाल एयरलाइन स्वैच्छिक दिवाला समाधान कार्यवाही में है।
डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि एयरलाइन ने नियामक के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि वह जल्द से जल्द उड़ानों को फिर से शुरू करने पर काम कर रही है।
एयरलाइन ने मंगलवार को कर्मचारियों को भेजे पत्र में कहा, ”डीजीसीए आने वाले दिनों में हमारी तैयारियों की जांच करने के लिए एक ऑडिट करेगा। एक बार नियामक द्वारा मंजूरी मिलने के बाद हम जल्द दोबारा परिचालन शुरू कर देंगे।”
गो फर्स्ट ने कहा कि सरकार ने बहुत सहयोग दिया है और एयरलाइन को जल्द से जल्द परिचालन शुरू करने के लिए कहा है।
इसके अलावा कर्मचारियों को मंगलवार रात भेजी गई सूचना में कहा गया है कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने आश्वस्त किया है कि परिचालन शुरू होने से पहले कर्मचारियों का अप्रैल माह का वेतन उनके खातों में डाल दिया जाएगा। इसके अलावा आगामी महीने से वेतन का भुगतान हर महीने के पहले सप्ताह में किया जाएगा। यह सूचना गो फर्स्ट के परिचालन प्रमुख रजित रंजन ने कर्मचारियों को भेजी है।