भारत में आज से GST 2.0 लागू हो गया है। इस नए नियम के तहत गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) की पुरानी चार स्लैब प्रणाली को खत्म कर दिया गया है। नई व्यवस्था में सिर्फ दो मुख्य दरें 5% और 18% हैं। लग्जरी और सिगरेट जैसी “सिन गुड्स” के लिए अलग से 40% की ऊंची दर रखी गई है।
यह 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद सबसे बड़ा सुधार माना जा रहा है। इसका असर उन भारतीय परिवारों और कारोबारियों पर भी पड़ेगा जो यूएई से भारत पैसे भेजते हैं, भारतीय सामान खरीदते हैं या वहां निवेश करते हैं।
जानिए क्या हुआ सस्ता
-
जरूरी सामान: शैम्पू, टूथपेस्ट, बालों का तेल, साबुन और डेंटल फ्लॉस पर अब 18% की जगह 5% जीएसटी लगेगा।
-
पैक्ड स्नैक्स: नमकीन, भुजिया, मिक्सचर और रेडी-टू-ईट फूड पर टैक्स 12% से घटकर 5% हो गया है।
-
डेयरी और FMCG: अमूल ने कीमतें घटा दी हैं। 100 ग्राम बटर अब ₹58 (पहले ₹62) में मिलेगा। यूएचटी दूध ₹75 प्रति लीटर हो गया है। मदर डेयरी ने भी पनीर, घी और मिल्कशेक के दाम कम किए हैं।
-
बीमा: जीवन बीमा और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों पर अब कोई जीएसटी नहीं लगेगा।
किन चीजों की कीमत में हुई बढ़ोतरी
-
तंबाकू उत्पाद: सिगरेट, गुटखा, पान मसाला और चबाने वाला तंबाकू अब 28% की जगह 40% जीएसटी से महंगे हो गए हैं।
-
लग्जरी कारें: बड़े इंजन वाली महंगी गाड़ियां अब 40% स्लैब में होंगी।
-
मीठे पेय: फ्लेवर सोडा और कोल्ड ड्रिंक्स पर भी 40% टैक्स लगेगा।
-
शराब: अभी भी जीएसटी से बाहर है और राज्य अलग से टैक्स लेंगे।
क्या वही रहेगा
-
रोड ट्रांसपोर्ट पर 5% और हवाई यात्रा (इकोनॉमी क्लास) पर 5% टैक्स जैसा पहले था वैसा ही रहेगा।
-
नए रेट इंपोर्टेड सामान पर भी लागू होंगे।
-
पुराने स्टॉक को वापस नहीं लेना पड़ेगा, बस बिलिंग नए रेट से करनी होगी।
कंपनियों पर असर
-
हिंदुस्तान यूनिलीवर और डाबर जैसी FMCG कंपनियों की मांग बढ़ सकती है।
-
तंबाकू बनाने वाली ITC जैसी कंपनियों पर दबाव आएगा।
-
रिटेल और ई-कॉमर्स में रोजमर्रा के सामान की बिक्री बढ़ सकती है।
यूएई में रहने वालों के लिए फायदे
-
भारत भेजे गए पैसों का असर ज्यादा होगा क्योंकि यहां जरूरी चीजें सस्ती हो गई हैं।
-
भारतीय स्नैक्स और डेयरी प्रोडक्ट्स यूएई की दुकानों में भी कुछ समय बाद सस्ते मिल सकते हैं।
-
भारतीय शेयरों या म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों को FMCG कंपनियों में बेहतर ग्रोथ दिख सकती है, जबकि तंबाकू कंपनियों में कमजोरी आ सकती है।
-
भारत में खरीदी गई बीमा पॉलिसी अब और सस्ती पड़ेगी क्योंकि उस पर जीएसटी नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इसे “जीएसटी बचत उत्सव” कहा है और इसे नवरात्रि की शुरुआत पर देश के लिए बड़ा कदम बताया है।




