उत्तर प्रदेश सरकार ने हरनंदीपुरम टाउनशिप परियोजना के लिए इस वर्ष दिसंबर तक ₹400 करोड़ की राशि जारी करने की घोषणा की है। यह परियोजना मुख्यमंत्री शहरी विस्तार नए नगर प्रमोशन योजना का अहम हिस्सा है, जिसका उद्देश्य गाजियाबाद जैसे शहरों का विस्तार कर बढ़ती आबादी की जरूरतों को पूरा करना है।
भूमि अधिग्रहण और सर्वेक्षण
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने परियोजना के लिए आठ गांवों में लगभग 521 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण को लेकर सर्वेक्षण आरंभ कर दिया है। पूरी परियोजना की लागत लगभग ₹10,000 करोड़ आंकी गई है, जिसमें से ₹5,000 करोड़ भूमि अधिग्रहण पर खर्च होंगे। परियोजना की लागत राज्य सरकार और GDA के बीच बराबर साझा की जाएगी।
इन गांवों में सबसे ज्यादा 247.84 हेक्टेयर भूमि नांगला फिरोजपुर से अधिग्रहित की जानी है, जबकि शमशेर से 123.97 हेक्टेयर, शाहपुर मोरटा से 54.20 हेक्टेयर एवं अन्य स्थानों से भी भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। भूमि अधिग्रहण के लिए ड्रोन और भौतिक सर्वेक्षण की प्रक्रिया जारी है, जो शहर की बढ़ती आवासीय आवश्यकताओं को पूरा करेगी।
धनराशि की पहली किस्त और पूंजी जुटाना
लखनऊ में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में निर्णय लिया गया कि दिसंबर में मुख्यमंत्री शहरी विस्तार योजना के हिस्से में पहली किस्त जारी की जाएगी। GDA के अधिकारी ने कहा कि अगले छह महीनों में प्राधिकरण ₹800 करोड़ की राशि जुटाएगा।
नीलामी से धन संग्रहण
GDA ने आवश्यक पूंजी जुटाने के तहत हाल ही में विभिन्न आवासीय योजनाओं की कई भूखंडों की नीलामी की थी। 6 नवंबर को की गई नीलामी से इंदिरापुरम, गोविंदपुरम, राधाकुंज, शास्त्री नगर और कार्पूरीपुरम जैसी योजनाओं से ₹58 करोड़ जुटाए गए। आगे और भी संपत्तियों की नीलामी करने की योजना है, जिससे हरनंदीपुरम टाउनशिप के विकास में धन निवेश किया जाएगा।
हरनंदीपुरम टाउनशिप परियोजना के पहले चरण के अगले साल लॉन्च होने की योजना है, जो गाजियाबाद के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। यह टाउनशिप भविष्य में शहर की आवासीय आवश्यकताओं को पूरा करने में सहायक सिद्ध होगी।