आज कल रोजमर्रा की जिंदगी में दोपहिया वाहनों का भरपूर इस्तेमाल होता है और खासकर से मध्यमवर्गीय परिवार इसमें सबसे बड़ा प्रतिशत साझा करते हैं। लेकिन सड़कों पर चलते वक्त सबसे बड़ा समस्या लोगों को मिलने वाले चालान और जुर्माना को लेकर होता है। और इन चालान तथा जुर्माना में भी सबसे विशेष हेलमेट सर्वप्रथम आता है।
हाल ही में गुजरात में एक व्यक्ति का हेलमेट नहीं होने के बावजूद भी उसे पुलिस चाहकर जुर्माना नहीं कर सकी लेकिन इसके पीछे का कारण काफी लॉजिकल था लेकिन न्याय संगत याद दंड विधान के अनुरूप नहीं था।
हेलमेट ना पहनने पर भी (Zakir Mamon) का चालान नहीं कटने का कारण क्या है ?
आज के मुख्य चर्चा में हम बात करेंगे कि वैसे कौन सी स्थितियां हैं जहां आप बिना हेलमेट पहने हुए यात्रा कर सकते हैं और आपको न्याय पूर्ण तरीके से किसी भी प्रकार का जुर्माना अदा नहीं करना होगा।
केवल इन लोगो को मिला हैं बिना हेलमेट परमिशन
सर्वप्रथम समझ लीजिए कि हेलमेट का प्रयोग ना करने के उपरांत केवल सिख समुदाय को अपने पगड़ी बांधने के उपरांत छूट मिली हुई है। इसके अलावा भारत में कोई भी व्यक्ति जो दो पहिया वाहन की सवारी कर रहा होता है उन्हें बिना हेलमेट सवारी करने की इजाजत नहीं है।
जहां तक गुजरात वाले मामले की बात रही तो उसमें मामला कुछ इस प्रकार हुआ कि बाइक सवार व्यक्ति का सिर इतना बड़ा था कि उसके आकार का हेलमेट कहीं उपलब्ध नहीं है जिसके वजह से पुलिस ने सामने वाले का चालान नहीं किया। किसी भी अन्य स्थिति में पुलिस हेलमेट नहीं रहने के उपरांत जरूर चलाएं करती है और इसका उद्देश्य सड़क परिवहन को और सुरक्षित बनाना होता है।