हिजबुल्लाह के नेता नैम कासेम ने सऊदी अरब से अपने समूह के साथ रिश्ते सुधारने और इजरायल के खिलाफ लड़ी जाने वाली लड़ाई में एक साथ खड़े होने की अपील की है। हिज्बुल्लाह के नेता का बयान ठीक ऐसे वक्त में आया है जब इजरायल ने लेबनान के दक्षिणी हिस्सों पर फिर से हवाई हमले करने शुरू कर दिए हैं।
कासेम ने कहा कि सऊदी अरब को हिजबुल्लाह के साथ “नई शुरुआत” करनी चाहिए। इस दौरान कासेम ने तीन बातें बताते हुए कहा कि सऊदी और हिजबुल्लाह को अपने विवादों को हल करने के लिए आपस में बातचीत करनी चाहिए, सऊदी को यह मानना कि असली दुश्मन इज़राइल है, साथ ही इस लड़ाई में अभी हिज्बुल्लाह के साथ पुराने मतभेदों को अलग रखना। उन्होंने यह भी कहा कि हिजबुल्लाह के हथियार केवल इज़राइल के खिलाफ हैं, न कि लेबनान, सऊदी अरब या किसी और जगह के खिलाफ। कासेम ने चेतावनी दी कि हिजबुल्लाह पर दबाव डालना केवल इज़राइल को फायदा पहुंचाएगा।
आपको बता दें कि सऊदी अरब और हिजबुल्लाह के बीच कई सालों से तनाव है। 2016 में GCC ने हिजबुल्लाह को आतंकवादी संगठन घोषित किया था। कासेम ने इज़राइल और अमेरिका पर हमला करते हुए कहा कि इज़राइल ने पूरी दुनिया की अनदेखी करते हुए क्रूरता की है। उन्होंने कहा कि पिछले प्रयासों जैसे सॉफ्ट वॉर, प्रतिबंध और अब्राहम समझौते विफल रहे, इसलिए इज़राइल के लिए नरसंहार को हल माना गया।
हाल ही में, इज़राइल ने क़तर पर हमला किया और लेबनान में दो लोगों की मौत हो गई और 11 घायल हुए। हमलों में हिजबुल्लाह के कमांडर और रदवान फोर्स के एक सदस्य को निशाना बनाया गया। पिछले साल नवंबर 2024 में हिजबुल्लाह को हथियार छोड़ने और लिटानी नदी के उत्तर में जाने के लिए कहा गया था। लेकिन इज़राइल अब भी लेबनान के कुछ हिस्सों में मौजूद है और दक्षिणी लेबनान में लगभग रोजाना हमले करता रहता है।




